दिशोम गुरु शिबू सोरेन व पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी को जन्मदिन की दी बधाई
रांची। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आज मुलाकात की। मुख्यमंत्री बनने के बाद हेमंत की प्रधानमंत्री से पहली मुलाकात है। इससे पहले भी हेमंत सोरेन दिल्ली गये थे, लेकिन व्यस्तता के कारण मोदी से मुलाकात का समय उन्हें नहीं मिल पाया था। इसे सौजन्यमूलक मुलाकात बताया गया है। उन्होंने दिल्ली से ही अपने पिता दिशोम गुरु शिबू सोरेन और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी को जन्मदिन की बधाई दी।
उन्होंने अपने एक संदेश में कहा कि झारखंड अलग राज्य दिलाने में अग्रणी भूमिका निभाने वाले दिशोम गुरु एवं पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन को नमन करते हुए उन्हें उनके जन्मदिन पर ढेर सारी शुभकामनाएं देता हूं। बतौर मुख्यमंत्री यह विश्वास दिलाता हूं कि उनके सपनों के झारखंड का निर्माण हम करेंगे।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि दिशोम गुरु शिबू सोरेन ने जल, जंगल, जमीन, आदिवासियों, पिछड़ों, वंचितों, दलितों और झारखंड वासियों के कल्याण के लिए, उनकी समृद्धि के लिए अपनी आवाज को बुलंद किया था। जिसके परिणामस्वरूप हमें झारखण्ड अलग राज्य के रूप में मिला। उन्होंने कहा कि झारखंड के सतत विकास में उनका मार्गदर्शन मुझे प्राप्त होता रहेगा। जिस उद्देश्य से झारखण्ड अलग राज्य की स्थापना हुई, उस उद्देश्य को अवश्य प्राप्त कर सकेंगे। श्री सोरेन ने कहा कि समस्त झारखण्ड वासियों की ओर से उनके बेहतर स्वास्थ्य और दीर्घायु होने की कामना भी करता हूँ।
मुख्यमंत्री ने झारखण्ड के प्रथम मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी को भी उनके जन्मदिन की शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा कि वे राज्य के वरिष्ठ नेता हैं। उनके उत्तम स्वास्थ्य और दीर्घायु होने की कामना के साथ उनके सतत मार्गदर्शन से हमें अपने लक्ष्य को हासिल करने में दृढ़ता मिलेगी। इधर मंत्री रामेश्वर उरांव ने गुरुजी शिबू सोरेन और बाबूलाल मरांडी के जन्मदिन पर बधाई दी है। उन्होंने हजार साल जीने की शुभकामनाएं दीं। बैजनाथ राम ने भी हृदय से दोनों दिग्गजों को शुभकामनाएं दी और उनकी लंबी उम्र की कामना की।
बाबूलाल मरांडी के भाजपा में शामिल होने के सवाल पर रामेश्वर उरांव ने कहा खेल के मैदान में राजनीति की बात नहीं होनी चाहिए। जब से राजनीति खेल में आयी है, खेल का खेल खराब हो गया है। सब स्वतंत्र हैं कहीं जाने को, रहने को। कौन कहां जाता है, कहां रहता है, इसकी आजादी सभी को है। प्रदीप यादव और बंधु तिर्की के कांग्रेस पर जाने की बात पर उन्होंने कहा कि अभी टिप्पणी करना संभव नहीं है। आगे-आगे देखिए, क्या होता है।
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