रांची। कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए झारखंड में भी शिक्षण संस्थान और माल, पार्क, जू और सिनेमा घर 17 मार्च से 14 अप्रैल तक बंद कर दिये गये हैं। हालांकि अभी तक झारखंड में कोरोना वायरस से संक्रमण का मामला सामने नहीं आया है। राज्य सरकार ने एहतियातन यह कदम उठाया है।
विधानसभा में सदस्यों की चिंता को देखते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बताया कि राज्य सरकार ने कोरोना से लड़ने के लिए 200 करोड़ रुपये का फंड रखा है। फिर भी एहतियात के तौर पर शिक्षण संस्थान और सार्वजनिक स्थल तकरीबन 27 दिन बंद रहेंगे। उन्होंने कहा कि इससे निपटने के लिए झारखंड पूरी तरह तैयार है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बीच कोई श्रमिक अपने दफ्तर से अनुपस्थित रहता है तो प्रबंधन उसका वेतन नहीं काटेगा। विधायक प्रदीप यादव ने अडाणी के प्रोजेक्ट में काम कर रहे चीनी मूल के लोगों की स्वास्थ जांच की मांग की। विनोद सिंह ने अप्रवासी भारतीयों के परीक्षण की मांग की।
इस बीच बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एहतियात के तौर पर राज्य के 11 जिलों में धारा 144 लागू किये जाने पर नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि इससे पैनिक क्रियेट होगा। प्रशासन ने वैशाली समेत 11 जिलों में धारा 144 लागू कर दिया था। इसे तत्काल प्रभाव से खत्म करने का सीएम ने निर्देश दिया है।
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