रांची/ दिल्ली। PM नरेंद्र मोदी ने कोरोना संकट को लेकर मुख्यमंत्रियों से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये बात की। निपटने में सबका सहयोग मांगां। मोदी के कांफ्रेंसिंग में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपने आला अधिकारियों के साथ शामिल हुए। प्रधानमंत्री प्रधानमंत्री के साथ इस वीडियो कांफ्रेंसिंग में सभी राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल हुए। प्रधानमंत्री सभी राज्यों के मुख्यमंत्री से राज्य के हालात से अवगत हुए और जरूरी सलाह भी दी। प्रधानमंत्री ने कोरोना से लड़ाई में सभी राज्यों से मिल रहे सहयोग की सराहना की। कोरोना संकट पर प्रधानमंत्री ने ने राज्य सरकारों को भरोसा दिया कि उनके साथ केंद्र खड़ा है और इस संकट से निपटने के लिए केंद्र सरकार द्वारा हर संभव मदद दी जाएगी।
पीएम मोदी ने लॉक डाउन से हो रही परेशानी पर चिंता जाहिर की। उन्होंने सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से लॉक डाउन का कड़ाई से पालन कराने की अपील की। साथ ही कहा कि राज्य सरकारें यह भी सुनिश्चित कराएं कि इस दौरान लोगों को जरूरी सामान मिलने में कोई परेशानी न हो। लोगों को जरूरी सामान मुहैया कराए जाएं, ताकि किसी को दिक्कत न आए।
मजदूरों के पलायन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपील की कि हमें हर संभव पलायन को रोकना होगा। इसके लिए हर राज्य अपनी ओर से सारे इंतजाम करें। मजूदरों के लिए शेल्टर होम बनाने की सलाह उन्होंने दी। इसके साथ ही उनके खाने-पीने की व्यवस्था पर जोर दिया। साथ ही मजदूरों से अपील की कि वे सड़कों पर न निकलें। संकट की इस घड़ी में क्रेंद्र और राज्य सरकारों के बेहतरीन समन्वय की जरूरत है। केंद्र सरकार हर राज्य के साथ खड़ी है और उन्हें जरूरी मदद उपलब्ध कराई जाएगी। पीएम मोदी ने राज्यों से मेडिकल सुविधाओं के बारे में भी चर्चा की।
प्रधानमंत्री ने कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या पर चिंता जतायी। उन्होंने कहा कि जिन लोगों में भी संक्रमण के लक्षण दिखें, उन्हें आइसोलेट किया जाए। साथ ही संपर्क में आए सभी लोगों को क्वारंटाइन किया जाए। अगर क्वारंटाइन वार्ड बढ़ाने की जरूरत महसूस होती है तो उसे बढ़ाया जाए। संकट की इस घड़ी में आम जनता के साथ भेदभाव उचित नहीं है।
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