नई दिल्ली। कोविड-19 से बचाव के लिए झारखंड सरकार ने नई दिल्ली में कॉल सेंटर खोला है। वहां मास्क, पीपीई, सैनिटाइजर और थर्मो स्केनर भेजे जा रहे हैं। कोविड-19 कोरोना वायरस से बचाव हेतु लागू लॉक डाउन के कारण पूरे देश में जगह-जगह फंसे झारखंड के लोगों तक सहायता पहुंचाने के लिए झारखंड सरकार प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के निर्देशानुसार झारखंड भवन नई दिल्ली में भी कॉल सेंटर बनाए गए हैं।
वहां के लिए हेल्पलाइन नंबर 088 266 52 716 एवं 011 267 39 000 जारी किया गया है। इन पर पूरे देश से झारखंड के निवासियों के कॉल आ रहे हैं। एमआर मीणा, स्थानिक आयुक्त, झारखंड भवन, नई दिल्ली की अध्यक्षता में गठित टीम लगातार मॉनिटरिंग कर रही है। अब तक इन नंबरों पर हजारों कॉल आ चुके हैं, जिन पर भारत सरकार के गाइडलाइन के अनुसार लगातार सहायता पहुंचाई जा रही है।
कोविड-19 से बचाव हेतु झारखंड भवन नई दिल्ली से एयर इंडिया कार्गो द्वारा 3 अप्रैल को 85000 थ्री लेयर मास्क, 15000 एन 95 मास्क, 4986 पीपीई (पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट), 7 हजार 500ml के सेनेटाइजर, 100 थर्मो स्कैनर भेजे गए हैं। वहीं 30 मार्च को 1200 वीटीएम किट एवं 25000 एन 95 मास्क भेजा जा चुका है। सभी मेडिकल इक्विपमेंट एयर कार्गो द्वारा भेजे जा रहे हैं। राज्य सरकार नोबेल कोरोना वायरस से बचाव एवं उसकी चिकित्सा के लिए लगातार प्रयासरत है। आवश्यकतानुसार आगे भी चिकित्सीय उपकरण मंगाए जाएंगे।
मकान मालिक किराया न मांगे, संस्थान वेतन न काटें
इस बीच राज्य सरकार ने मकान मालिकों से कहा है कि वे किराये के लिए न तो किसी किरायेदार पर दबाव डालें और न उन्हें लाक डाउन के दौरान घर से ही निकालें। संस्थानों से भी सरकार ने कहा है कि कारखानों, दुकानों या अन्य प्रतिष्ठानों में काम करने वाले कर्मचारियों के वेतन न काटें। भले ही ये कर्मचारी स्थायी हों या ठेके पर काम करने वाले।
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