शिवहर। COVID-19 की मॉनिटरिंग के लिए पर्यवेक्षकों की नियुक्ति कर दी गयी है। इसके लिए काम करने वाले कार्यकर्ताओं की वे मॉनिटरिंग करेंगे। आज तरियानी प्रखंड के माधोपुर छाता पंचायत के आँगनवाड़ी केंद्र केंद्र संख्या-15 पर तरियानी PHC प्रभारी दयानन्द मल्लिक की अध्यक्षता में CARE INDIA की ओर से एक बैठक की गयी।
बैठक का मूल उद्देश्य COVID-19 के बढ़ते प्रकोप की रोकथाम हेतु बाहर से आये हुए व्यक्तियों की सूची स्वास्थ विभाग को उपलब्ध कराना था। इस कार्य के लिए माधोपुर छाता पंचायत के कुछ वार्डों को चिन्हित किया गया है तथा चिन्हित वार्डों में एक-दो सदस्यीय (एक आशा तथा एक सेविका) समूह का गठन किया गया है। इस समूह का मुख्य कार्य बाहर से आये हुए व्यक्तियों की सूची दिए गए प्रपत्र पर सूचीबद्ध कर स्वास्थ विभाग को उपलब्ध कराना है।
इस कार्य में छाता के लिए सेविका बबीना सिन्हा एवं आशा उर्मिला देवी, रेवासी के लिए सेविका मुन्नी कुमारी एवं आशा सरिता कुमारी, माधोपुर के लिए सेविका सीमा कुमारी एवं आशा इंदु कुमारी तथा रूपवारा के लिए सेविका जहां आरा खातून एवं आशा सुनीता देवी का चयन किया गया। इन सभी चयनित कार्यकर्ताओं के मानिटरिंग के लिए एक पर्यवेक्षक राजमंगल कुमार को नियुक्त किया गया।
उक्त बैठक में PHC तरियानी प्रभारी के साथ साथ CARE INDIA से राजीव रंजन एवं शशि रंजन, स्वास्थ प्रबन्धक तरियानी एवं पंचायत के कुछ आशा एवं सेविकाओं को छोड़कर सभी उपस्थित थे।
सुकन्या किशोरी कलर्स के किशोरियों को जागरूक किया गया
सवेरा स्वयंसेवी संगठन शिवहर के द्वारा शिवहर प्रखंड के खैरवा दर्प गांव के वार्ड 9 मुसहरी टोला में सुकन्या किशोरी क्लब की किशोरियों एवं वहां के सभी लोगों को COVID-19 से बचने हेतु जागरूक किया गया। उन्हें हाथ धोने का तरीका बताया गया। संस्था के सचिव मोहन कुमार ने बताया कि कोरोना वायरस महामारी की कोई दवा नहीं है। इसकी दवा है सिर्फ सफाई है। दिन भर में 5 से 10 बार हाथ को धोएं। सामाजिक दूरी बनाएं, घर से बाहर नहीं निकलें, किसी से बात करते समय 3 मीटर की दूरी बनाकर रखें, इसका पालन हम करते हैं तो कोरोना वायरस से बच सकते हैं।
बताया गया कि बेवजह घर से बाहर न निकलें, जब भी किसी काम से बाहर निकलते हैं तो मुंह को ढंके, घर लौटने के बाद हाथ को साबुन से धोएं एवं कपड़े को गर्म पानी में साफ करें। कोरोना वायरस से डरना नहीं है। अगर खांसी-सर्दी है तो नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में जांच कराएं। घबराएं नहीं। गांव में कोई भी व्यक्ति अन्य राज्य से या अन्य जिले से आता है तो उसे सलाह दें कि स्वास्थ्य केंद्र में जांच कराएं एवं 14 दिन के लिए सरकार द्वारा संचालित सेंटर में रहें।
बच्चों को घर से न निकलने दें। बच्चों का ध्यान रखें, बच्चों को रात में खाना खिला कर सुलाएं, खाली पेट न सुलाएं। मोहन कुमार ने यह भी बताया कि अभी आग लगने की समस्या बढ़ गई है। इससे बचने हेतु घर में खाना बन जाता है तो चूल्हे की आग को अच्छी तरह बुझा दें। संभव हो तो पानी डाल दें एवं सोने समय दीया-बत्ती एवं चूल्हे की आग अच्छी तरह से जांच कर लें कि जल तो नहीं रही। संस्था की तरफ से सभी को मास्क एवं साबुन दिया गया।
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