पटना। बीजेपी ने आरजेडी से पूछा है कि उसके नेता तेजस्वी यादव इन दिनों कहां हैं। वे देश में हैं या विदेश, आरजेडी को पहले यह बताना चाहिए। राजद पर हमला बोलते हुए बीजेपी के बिहार प्रदेश उपाध्यक्ष राजीव रंजन ने कहा कि कोरोना के साथ जारी महासंग्राम में एक तरफ सभी देशवासी पूरी एकजुटता के साथ खड़े हैं, वहीं खुद को गरीबों व अकलियतों का रहनुमा बताने वाले राजद के युवराज का कोई अता-पता ही नहीं लग रहा है और इसी कारण से उनके कार्यकर्ता भी इस लड़ाई से नदारद हैं।
बीजेपी उपाध्यक्ष ने कहा कि पिछले 30 दिनों में वह सिर्फ ट्वीटर पर जरूर दिखाई दे रहे हैं, लेकिन वहां भी वह सिर्फ राजनीतिक खानापूर्ति कर के निकल जा रहे हैं। जाहिर है कि दुनिया के किसी कोने से कोई भी ट्वीट कर सकता है, लेकिन इससे उनका पता-ठिकाना मालूम करना नामुमकिन है। तेजस्वी के इस आचरण से उनके बचे-खुचे कार्यकर्ता भी असमंजस में हैं और इसी वजह से इस लड़ाई में उनकी सहभागिता भी नहीं हो पा रही।
राजद बताये कि संकट की इस घड़ी में तेजस्वी कहां ऐश फरमा रहे हैं? वह बताए कि आखिर ऐसी कौन सी वजह है कि तेजस्वी हर आपदा के समय बिहार से बाहर भाग जाते हैं? बहरहाल युवराज से हमारा आग्रह है कि वह खुद सामने आकर बिहार की जनता को बताएं कि विपदा की इस घड़ी में वह देश के किस स्थान से ट्वीटर-ट्वीटर खेल रहे हैं और किस मजबूरी के कारण बिहार में नहीं आ पा रहे हैं। अगर पास नहीं होने के कारण वह यहां नहीं आ पा रहे हैं तो हमें बताएं, हम इसके लिए सरकार से गुजारिश करेंगे। उन्हें समझना चाहिए कि उनके आने से राजद के कार्यकर्ता भी उत्साहित हो जाएंगे और सरकार के कामों में सहयोग करने लगेंगे। मुसीबत के इस समय में जनता की मदद के लिए जितने हाथ हों, उतना बेहतर है।
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श्री रंजन ने कहा कि आपदा के समय में राजनीति बिलकुल नहीं होनी चाहिए। आरजेडी के साथ समस्या यह है कि तेजस्वी की अनुभवहीनता के कारण देश के टुकड़े-टुकड़े करने के ख्वाब देखने वाले वामपंथियों ने उनकी पार्टी पर कब्जा जमा लिया है। सलाहकार के भेष में राजद में जमे इस तबके ने तेजस्वी के दिलोदिमाग पर ऐसा कब्जा जमा लिया है कि अगर वह तेजस्वी को दिन को रात कहने की सलाह दें तो तेजस्वी तुरंत उसे ट्वीट कर देंगे। कुल मिलाकर इनकी पूरी कहानी ‘विनाशकाले विपरीत बुद्धि’ सरीखी हो गयी है। इनकी राजनीति से यह तय हो गया है कि लोकसभा चुनाव की तरह, आने वाले विधानसभा चुनाव में राजद की लुटिया पूरी तरह डूब जाएगी और उसका पूरा श्रेय तेजस्वी और उनकी टीम को जाएगा।
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