- थर्मल सकैनिंग के साथ सभी श्रमिकों का की गयी स्वास्थ्य जांच
- मास्क और सेनेटाइजर देकर रेलवे श्रमिकों का किया गया स्वागत
रांची। केरल से स्पेशल ट्रेन पर चढ़ देवघर 1129 मजदूर पहुंचे। थर्मल स्कैनिंग के साथ सभी श्रमिकों की स्वास्थ्य जांच गयी। पहुंचते ही उनका स्वागत किया गया। मास्क और सेनेटाइजर देकर रेलवे श्रमिकों का भी स्वागत किया गया। केंद्र और राज्य सरकार की पहल के पश्चात लॉक डाउन की वजह से केरल में फंसे झारखंड के विभिन्न जिलों के 1129 मजदूर आज स्पेशल ट्रेन के माध्यम से तिरूअनंतपुरम से जसीडीह स्टेशन पहुंचे। इस दौरान उपायुक्त नैन्सी सहाय एवं वरीय अधिकारियों द्वारा सभी मजदूरों को पुष्प देकर उनका अभिनंदन किया गया एवं उनके सकुशल घर वापसी हेतु ढेरों शुभकामनाएं दी गयीं। सभी मजदूरों को सर्वप्रथम ट्रेन से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराते हुए उतारा गया एवं स्टेशन परिसर में स्वास्थ्य परीक्षण हेतु बने काउंटर में उनका थर्मल स्कैनिंग व स्वास्थ्य जांच संबंधी अन्य सभी प्रक्रिया पूरी की गई। इसके बाद उन्हें उनके गंतव्य तक जाने हेतु अलग-अलग जिलों की बस में बैठाकर रवाना किया गया।
इस दौरान उपायुक्त नैन्सी सहाय द्वारा केरल से आने वाले सभी मजदूरों के बीच नाश्ता, पानी, मास्क एवं सेनेटाइजर का वितरण करते हुए सभी को 14 दिनों तक होम क्वारंटाइन का अक्षरशः पालन करने का निर्देश दिया गया। इसके अलावा उन्होंने कहा कि मास्क का उपयोग कर व सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर ही हम इस कोरोना नामक महामारी को हराकर इस पर जीत हासिल कर सकते हैं। इसलिए आवश्यक है कि हम सभी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन एवं चिकित्सकों द्वारा दिए गए चिकित्सकीय परामर्श का अक्षरशः पालन करें एवं स्वस्थ व सुरक्षित रहें।
उपायुक्त नैन्सी सहाय द्वारा जानकारी दी गई कि केरल से यहां आने वाले सभी मजदूरों एवं यहां के लोगों की स्वास्थ्य सुरक्षा के दृष्टिकोण से जिला प्रशासन द्वारा सभी एहतियाती उपाय अपनाये गए हैं। इसलिए किसी भी व्यक्ति को घबराने या पैनिक होने की कोई आवश्यकता नहीं है। सुरक्षा के दृष्टिकोण से केरल से आने वाले सभी मजदूरों को उनके गंतव्य स्थान तक भेजने हेतु प्रयोग किये जाने वाले बसों को पूर्णतः सेनेटाइज कर सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखा गया है।
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श्रमिकों के आगमन को लेकर जसीडीह रेलवे स्टेशन परिसर को पूर्ण रूप से सैनेटाइज्ड किया गया है एवं सोशल डिस्टेंसिंग के पालन हेतु बैरिकेडिंग कर जगह-जगह पर गोल घेरा का निर्माण कराया गया था। इसके अलावा सुरक्षित व्यवस्था व विधि-व्यवस्था संधारण हेतु जसीडीह स्टेशन परिसर में पर्याप्त संख्या में चिकित्सकों की टीम के साथ दण्डाधिकारी एवं सुरक्षाकर्मियों की तैनात पूर्व से ही की गई थी। व्यवस्थित रूप से श्रमिकों को सेनेटाइज्ड बस से भेजा गया। श्रमिकों के आने के पश्चात सर्वप्रथम स्वास्थ्य जांच के उपरांत सभी के लिए भोजन की व्यवस्था रेलवे स्टेशन पर ही की गई थी। स्टेशन परिसर से अपने-अपने जिलों के लिए निर्धारित सेनेटाइज्ड बसों में बिठाकर मजदूरों को घर के लिए रवाना किया गया। वहीं इस दौरान सभी प्रवासी श्रमिकों को भोजन का पैकेट, पानी का बोतल उपलब्ध कराया गया।
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