गृह सचिव की मानें तो अब कोई मजदूर पैदल घर नहीं जाएगा

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केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने सभी राज्यों और केंद्रशासित राज्यों के मुख्य सचिवों के साथ बैठक के बाद यह सर्कुलर भेजा है। उन्होंने लिखा है कि पिछले दिनों औरंगाबाद में श्रमिकों के साथ जो दुर्घटना हुई, उसकी पुनरावृत्ति से बचने का यही उपाय है।
केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने सभी राज्यों और केंद्रशासित राज्यों के मुख्य सचिवों के साथ बैठक के बाद यह सर्कुलर भेजा है। उन्होंने लिखा है कि पिछले दिनों औरंगाबाद में श्रमिकों के साथ जो दुर्घटना हुई, उसकी पुनरावृत्ति से बचने का यही उपाय है।

दिल्ली। गृह सचिव की मानें तो अब कोई मजदूर पैदल घर नहीं जाएगा। ऐसे लोग पकड़ कर आश्रय गृह में ले जाये जाएंगे। फिर उन्हें खिला-पिला कर ट्रेन से भेजा जाएगा। मजदूर अब सड़क या रेलवे ट्रैक पर नहीं भटकेंगे। सभी को श्रमिक स्पेशल ट्रेनों से उनके गृह राज्य भेजा जाएगा। अगर सड़क पर या रेलवे ट्रैक पर घर के लिए निकले मजदूर भटकते दिखेंगे तो उन्हें आश्रय गृहों में ले जाया जाएगा। वहां उनके खाने-पीने की व्यवस्था की जाएगी। उनकी आगे की यात्रा सुनिश्चित संबंधित राज्य सरकारों का दायित्व होगा।

केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने सभी राज्यों और केंद्रशासित राज्यों के मुख्य सचिवों के साथ बैठक के बाद यह सर्कुलर भेजा है। उन्होंने लिखा है कि पिछले दिनों औरंगाबाद में श्रमिकों के साथ जो दुर्घटना हुई, उसकी पुनरावृत्ति से बचने का यही उपाय है।

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उन्होंने कहा है कि राज्य सरकारें ऐसे मजदूरों पर कड़ी नजर रखें, जो रेलवे ट्रैक या सड़क मार्ग से घर के लिए निकले हों। अगर कहीं ऐसे मजदूर दिखते हैं या पाये जाते हैं तो उन्हें वहीं रोक कर आश्रय स्थलों पर रखा जाये। उनके खाने-पीने की मुकम्मल व्यवस्था तब तक की जाये, जब तक उनके जाने के लिए श्रमिक स्पेशल ट्रेन में व्यवस्था नहीं हो जाती है। उनकी काउंसेलिंग की जाये।

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औरंगाबाद में रेल पटरी पर सोये 16 मजदूरों की कट कर मौत हो गयी थी। इस घटना से सबक लेते हुए गृह सचिव ने कल सभी राज्यों के मुख्य सचिवों के साथ वीडियो कान्फेंसिंग की थी। उसके बाद आज यह सर्कुलर उनकी ओर से जारी किया गया है। लगातार अलग-अलग जगहों से ये सूचनाएं आ रही थीं कि मजदूर अपने गृह राज्यों के लिए सड़क मार्ग से या रेल ट्रैक के जरिये पैदल ही घर लौट रहे हैं। इसी क्रम में औरंगाबाद की दुर्घटना सामने आई थी।

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