बिहार में बाहर से आये लोगों का रैंडम ही नहीं, अधिकाधिक टेस्ट होगा

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नीतीश कुमार ने भी माना है कि बिहार असेंबली की कल हुई घटना शर्मनाक है। इसके लिए विपक्ष को कोसा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पत्रकारों से बात कर रहे थे।
नीतीश कुमार ने भी माना है कि बिहार असेंबली की कल हुई घटना शर्मनाक है। इसके लिए विपक्ष को कोसा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पत्रकारों से बात कर रहे थे।

पटना। बिहार में बाहर से आये लोगों का रैंडम ही नहीं, अधिकाधिक टेस्ट होगा। सीएम नीतीश कुमार ने समीक्षा बैठक में यह निर्देश दिया। अब तक राज्य में 707 कोरोना पॉजिटिव हैं। 4 से 10 मई के बीच बिहार आनेवाले 150 व्यक्तियों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। इनमे गुजरात के 33, महाराष्ट्र के 36, एनसीआर के 41, तेलांगना के 10, हरियाणा के 3 सहित अन्य राज्यों से आये प्रवासी शामिल हैं।

बिहार में कोरोना के फैलाव को ले समीक्षा बैठक करते सीएम नीतीश कुमार
बिहार में कोरोना के फैलाव को ले समीक्षा बैठक करते सीएम नीतीश कुमार

बिहार आनेवाले प्रवासियों को क्वारंटाइन किया जा रहा है। प्राथमिकता के आधार पर रेड जोन से आनेवाले लोगों की रैंडम जांच की जा रही है। कोरोना पॉजिटिव लोगों का आइसोलेशन में ट्रीटमेंट किया जा रहा है। टेस्टिंग क्षमता में वृद्धि करने की दिशा में विभागीय स्तर पर कार्रवाई की जा रही है, ताकि लोगों को जिला स्तर पर टेस्टिंग की सुविधा उपलब्ध करायी जा सके। यह जानकारी स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने मुख्यमंत्री की समीक्षा बैठक में दी। इस पर सीएम ने कहा कि बाहर से आने वाले लोगों का सिर्फ रैंडम टेस्ट ही नहीं, बल्कि उनमें से अधिकाधिक लोगों की जांच कराएं।

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आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने ब्लॉक क्वारंटाइन सेंटर की व्यवस्थाओं के संबंध में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि वर्तमान में राज्य के विभिन्न क्वारंटाइन सेंटरों में 1 लाख 32 हजार 226 लोग आवासित हैं और वहां सभी आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित करायी गयी है। 172 आपदा राहत केंद्र चलाए जा रहे हैं। अब तक ब्लॉक क्वारंटाइन सेंटर पर 3 लाख 75 हजार, जबकि पंचायत स्तरीय क्वारंटाइन सेंटर पर 2 लाख 42 हजार लोगों को क्वारंटाइन करने की व्यवस्था सुनिश्चित कर ली गयी है। क्वारंटाइन सेंटर की निरंतर मॉनिटरिंग की जा रही है। उन्होंने बाया कि बाहर से आ रहे लोगों की संख्या को देखते हुए क्वारंटाइन सेंटरों की संख्या बढ़ाई जा रही है।

समीक्षा के क्रम में मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि सभी ग्राम पंचायतों में कोरोना संक्रमण से लोगों की सुरक्षा के लिये ग्राम पंचायत के सभी परिवारों को सरकार की तरफ से साबुन और चार मास्क दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि माइकिंग के माध्यम से लोगों को कोरोना संक्रमण के संबंध में ज्यादा से ज्यादा जानकारी दी जाये तथा कोरोना संक्रमण से बचाव हेतु लोगों को जागरूक किया जाये।

सीएम ने निर्देश दिया कि 7 दिनों के अन्दर अन्य राज्यों से बिहार आने वाले बिहार के इच्छुक लोगों के वापस आने की पूरी व्यवस्था की जाये। इसके लिये रेलवे तथा अन्य राज्यों के साथ समन्वय स्थापित कर सभी आवश्यक तैयारी सुनिश्चित की जाये। सीएम ने पटना तथा अन्य शहरों में फंसे लोगों को वापस भेजने के लिये समुचित व्यवस्था करने तथा गाइडलाइंस के अनुरूप एसओपी में प्रावधान करते हुए इससे सभी को अवगत कराने का निर्देश दिया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि बाहर से आ रहे लोगों की रैंडम कोरोना जांच से काम नहीं चलेगा। बाहर से आ रहे लोगों की अधिक से अधिक संख्या में कोरोना जांच की जाये। इसके लिये पूरी तैयारी करें। कोरोना पॉजिटिव पाये जाने पर उनका त्वरित इलाज हो। जांच की क्षमता बढ़ायी जाये, तभी कोरोना चेन को तोड़ा जा सकेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि बाहर से आ रहे लोगों की बड़ी संख्या को देखते हुए प्रखण्ड एवं पंचायत स्तर पर क्वारंटाइन सेंटर की संख्या उसी अनुपात में बढ़ाई जानी चाहिए।

इन व्यवस्थाओं का जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक इसका अनुश्रवण करेंगे। क्वारंटाइन सेंटरों पर साबुन, सेनिटाइजर आदि की उपलब्धता पर्याप्त संख्या में सुनिश्चित की जाये। सभी जिलों में आइसोलेशन बेड की संख्या बढ़ायी जाये। सभी जिलों में कोरोना टेस्टिंग की व्यवस्था उपलब्ध हो, इसके लिये स्वास्थ्य विभाग आवश्यक कार्रवाई करे।

बढ़ते हुए कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या को देखते हुए अतिरिक्त वेंटिलेटर्स की व्यवस्था सुनिश्चित की जाये। उन्होंने कहा कि अभी तक बिहार को कम संख्या में जांच किट्स मिल रही हैं, क्योंकि राज्य में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या कम है। बाहर से आ रहे लोगों के कारण कोरोना संक्रमण बढ़ रहा है। इसे देखते हुए अधिक संख्या में जांच किट्स की उपलब्धता सुनिश्चित की जाये।

मुख्यमंत्री ने कहा कि निर्माण कार्यों में निर्धारित गाइडलाइन का पालन करते हुये तेजी लायी जाय। निर्माण सामग्रियों यथा बालू, गिट्टी, सिमेंट एवं ईंट की उपलब्धता पर विषेष ध्यान दिया जाय। ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार सृजन के कार्यों को बढ़ायें, सभी जिलाधिकारी इसका अनुश्रवण करेंगे। स्किल सर्वे के आधार पर रोजगार सृजन की कार्रवाई की जाय, आवष्यकतानुसार इनसे संबंधित निर्माण इकाईयों की स्थापना राज्य में ही करने हेतु समुचित कार्रवाई की जाय तथा राज्य में संचालित इकाइयों की भी क्षमता बढ़ाकर श्रमिकों को उनके स्किल के अनुरूप रोजगार उपलब्ध कराने की व्यवस्था की जाय ताकि श्रमिकों को यहीं पर स्थायी रूप से रोजगार उपलब्ध कराया जा सके। मुख्यमंत्री ने संबधित अधिकारियों को किये जा रहे स्किल सर्वे के कार्यों में तेजी लाने का निर्देष दिया। मुख्यमंत्री ने किसानों को फसल क्षति के लिये दिये जा रहे कृषि इनपुट अनुदान के वितरण में तेजी लाने का निर्देश कृषि विभाग को दिया।

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