कोलकाता। भारतीय जनता पार्टी को बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भारतीय जंक पार्टी कह कर उपहास उड़ाया। ममता ने जेपी नड्डा का भी मजाक उड़ाया था। पिछले कई दिनों से भाजपा के नेताओं द्वारा तृणमूल कांग्रेस (TMC) पर लगाए जा रहे आरोपों का जवाब देते हुए आज राणाघाट में बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भारतीय जनता पार्टी पर हमला बोला।
मतुआ वोट को ध्यान में रखते हुए ममता ने लोगों से वादा किया कि वह किसी भी हाल में एनआरसी (NRC) व एनपीआर (NPR) को राज्य में लागt नहीं होने देंगी। उन्होंने कहा कि 1971 के बाद जो लोग यहां आए है, सब देश के नागरिक हैं। उन्होंने महिलाओं को ललकारते हुए कहा कि भाजपा अगर कुछ गड़बड़ करने की कोशिश करेगी तो उसे रोकने के लिए महिलाओं को हथियार उठाना पड़ेगा।
केंद्रीय योजनाओं की खामियां गिनाते हुए उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत योजना के लिए केंद्र सरकार 60 प्रतिशत धन देगी, जबकि लोगों को 40 प्रतिशत अपनी जेब से देना होगा। उन्होंने अपनी स्वास्थ योजना- स्वास्थ्य साथी की तारीफ करते हुए कहा कि इसमें मरीज को एक रुपया भी घर से नहीं देना पड़ेगा। इस योजना पर राज्य में इन दिनों उठ रहे सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि सभी नर्सिंग होम को इस योजना से जोड़ा जाएगा। अगर कोई नर्सिंग होम इस आदेश को नहीं मानेगा, उसका लाइसेंस रद्द कर दिया जाएगा। उन्होंने लोगों से अपील की कि नर्सिंग होम चिकित्सा करने से इनकार करें तो थाने में उनके खिलाफ रपट दर्ज करायें।
दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन का समर्थन करते हुए ममता ने कहा कि भाजपा के चुनाव जीतने पर राज्य में आकाल का दौर शुरू होगा। लोग खाने के लिए दाने-दाने के लिए मोहताज हो जाएंगे। अडानी-अंबानी सब लुट ले जाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा केवल ममता से डरती है। वह सीधे मुकाबले से बच रही है।
पार्टी छोड़ने वाले नेताओं पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि वे पार्टी के नाम पर इतना ज्यादा रुपया जमा कर चुके हैं कि उनके पीछे ईडी व सीबीआई लग गये। बचने के लिए वे भाजपा में चले गए। जेपी नड्डा व अमित शाह के सोनार बांग्ला बनाने की घोषणा पर ममता ने कहा कि सोनार बांग्ला तो बन गया, अब विश्व बांग्ला बनाएंगे।
दिलीप घोष ने ममता को दिया जवाब
इधर ममता की बातों का जवाब देते हुए भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि ममता आयुष्मान भारत योजना पर गलत बयानी कर रही हैं। इस योजना में कहीं भी नहीं कहा गया कि आम लोगों को 40 प्रतिशत रकम जेब से देनी होगी। यहां तक कि ममता खुद बोलती थीं कि राज्य सरकार को अगर 40 प्रतिशत देना होगा तो फिर क्या फायदा? उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि ममता लोगों को गलत बताकर बरगलाना चाहती हैं।
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