इंजीनियर से एमएलए बने अनिल राम को एक और कामयाबी

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इंजीनियर से एमएलए बने अननिल राम को एक और कामयाबी हासिल हुई है। बिहार के बथनाहा के बीजेपी विधायक अनिल राम खुश हैं, पर नौकरी नहीं करेंगे।
इंजीनियर से एमएलए बने अननिल राम को एक और कामयाबी हासिल हुई है। बिहार के बथनाहा के बीजेपी विधायक अनिल राम खुश हैं, पर नौकरी नहीं करेंगे।
  • अनूप नारायण सिंह

पटना। इंजीनियर से एमएलए बने अनिल राम को एक और कामयाबी हासिल हुई है। बिहार के बथनाहा के बीजेपी विधायक अनिल राम खुश हैं, पर नौकरी नहीं करेंगे। उन्होंने बीपीएससी (सहायक अभियंता का पद) की मुख्य परीक्षा पास की है। विधायक बनने से पहले उन्होंने झारखंड में निर्माण विभाग में कनीय अभियंता के रूप में अपनी सेवा दी थी।

बथनाहा विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी विधायक अनिल कुमार राम को बीपीएससी (असिस्टेंट इंजीनियर) मेंस की परीक्षा में सफलता मिली है। 24 जनवरी को बीपीएससी की मुख्य परीक्षा में वे सफल हुए हैं। उन्होंने बताया कि 2017 में जब बीपीएससी की ओर से वैकेंसी निकली थी तो उन्होंने आवेदन किया था। 2019 में मेंस हुआ।

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पहली कोशिश में कामयाबी मिलने के बाद उन्होंने कहा कि इंटरव्यू में भी शामिल होउंगा, पर नौकरी नहीं करूंगा। उन्होंने कहा कि नौकरी में पाबंदियों के कारण लोगों की मदद करने का दायरा सीमित है। लेकिन समाज सेवा का दायरा बहुत बड़ा है। मेरा सपना है कि समाज की सेवा करूं और ज्यादा से ज्यादा लोगों की मदद करूं।

उन्होंने कहा, ‘2003 में मैट्रिक की परीक्षा पास की थी और जिला टॉपर रहा। एएन कॉलेज पटना से इंटरमीडिएट की परीक्षा पास की। फिर बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (मेसरा) रांची से सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की। मैं बचपन से ही आरएसएस का स्वयंसेवक रहा। 2018 में बीजेपी ज्वाइन की और महादलित प्रकोष्ठ का जिला उपाध्यक्ष बनाया गया। 2020 में बिहार विधानसभा का चुनाव लड़ा और जीता भी।

उन्होंने बताया कि सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने के बाद झारखंड सरकार में डिजाइन इंजीनियर बना और पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के लिए काम किया। इसके बाद एक निजी कंस्ट्रक्शन कंपनी में दो साल काम करने के बाद रिलायंस इंडस्ट्रीज पहुंचा। जामनगर में रिफाइनरी में काम किया। वह कहते हैं कि रिलायंस में रहते ही उन्हें सीतामढ़ी में काम करने का मौका मिला। लेकिन, उन्होंने तैयारी नहीं छोड़ी। डुमरा में किराए पर डेरा लेकर रहे और जॉब के साथ सेल्फ स्टडी की। अनिल का सपना IAS बनने का था।

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