- डी. कृष्ण राव
कोलकाता। अमित शाह ने मंगलवार को बंगाल की चुनावी रणनीति पर अहम बैठक बुलाई है। पहली बार पार्टी की किसी महत्वपूर्ण बैठक में शुभेंदु अधिकारी को भी बुलाया गया है। उनके अलावा कैलाश विजयवर्गीय, दिलीप घोष और मुकुल राय बैठक में शामिल होंगे। बैठक अमित शाह के आवास पर होगी।
इधर डुमुरजला में भाजपा की सभा में स्मृति ईरानी शामिल हुईं। अमित शाह को इस सभा में पहुंचना था, लेकिन वे नहीं आ पाये। उनका वर्चुअल सम्बोधन हुआ। कल दिल्ली में अमित शाह से मिले सभी नेता मंच पर उपस्थित थे। शुभेंदु ने कहा- मेरे बाद राजीव बनर्जी के पार्टी में शामिल होने से एक सर्किल पूरा हो गया। उन्होंने दावा किया कि पूरे बंगाल में कमल खिलेगा। ममता बनर्जी की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि हमें गद्दार कहने वाले खुद अपना आत्मावलोकन करें। राजीव बनर्जी ने तो यह तक कह दिया कि तृणमूल का अंत तय है।
पूर्व मंत्री राजीव बनर्जी ने कहा कि पिछले 10 साल में बंगाल की बदहाली व विकास न होने के लिए ममता बनर्जी जिम्मेवार हैं। उन्होंने ममता पर सीधे-सीधे निशाना साधते हुए कहा कि पिछले 10 साल में ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार से केवल झगड़ा ही किया। केंद्र सरकार से सहयोग कर राज्य के लिए राशि उपलब्ध नहीं करा सकीं। इससे बंगाल का विकास नहीं हो सका। 10 साल में आम जनता के लिए कोई काम नहीं हुआ, जिसके कारण चुनाव के पहले- द्वारे सरकार व ग्रामीण समाधान- जैसे कार्यक्रम चलाने पड़ रहे हैं।
राजीव ने यह भी आरोप लगाया कि जिस उद्देश्य से लोगों की सेवा के लिए सरकार बनी थी, बीच में कुछ लोगों ने उस सरकार को हाईजैक कर अपना पाकेट भर लिया। भाजपा कार्यकर्ताओं को भरोसा दिलाते हुए कहा कि वह सभी कार्यकर्ताओं से कंधे से कंधा मिलाकर गांव-गांव जाकर लोगों के लिए काम करेंगे, जिससे 2021 में बंगाल के हर कोने में जरूर कमल खिलेगा। उन्होंने अमित शाह का हवाला देते हुए कहा कि तृणमूल कांग्रेस जिस तरह भाजपा के कार्यकर्ताओं व प्रशासन के लोगों को धमका-धमका कर इतना दिन चुनाव कराती आई, इस बार वैसा नहीं होगा।
उन्होंने बंगाल के युवाओं को भरोसा दिलाया कि यहां भाजपा की सरकार बनने से एक भी युवा बेरोजगार नहीं रहेगा। हर जिले में बड़े-बड़े कारखाने खुलेंगे। हर गांव में विकास दिखेगा। उन्होंने मुसलमानों को भरोसा दिलाते हुए कहा कि पिछले 10 साल में दीदी ने मुसलमानों को केवल भाजपा का डर दिखाते हुए उनके मतों से जीत दर्ज की, लेकिन उनके लिए कोई काम नहीं किया। भाजपा की सरकार बनने से किसी को डरने की कोई जरूरत नहीं है। उन्होंने 2011 की तरह एक और परिवर्तन का आग्रह करते हुए चुपचाप कमल फूले छाप का नारा दिया।
राजीव ने ममता बनर्जी की स्वास्थ्य साथी योजना पर टिप्पणी करते हुए कहा कि यह योजना केवल चुनावी योजना है। वास्तव में लोगों को को कोई लाभ नहीं मिलने वाला, क्योंकि अगर एक करोड़ लोग भी साल में इसका लाभ लेते हैं तो वह राशि बंगाल के बजट से ज्यादा होगी। इतने पैसे ममता बनर्जी लाएंगी कहां से। भाजपा में शामिल होते ही राजीव बनर्जी ने फेसबुक से “बांगलार गर्व-ममता” फ्रेम हटा लिया है।
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