- डी. कृष्ण राव
कोलकाता। पीएम नरेंद्र मोदी की 7 मार्च की ब्रिगेड रैली में मंच पर दिख सकते हैं क्रिकेटर सौरभ गांगुली, एक्टर मिठुन चक्रवर्ती और अभिनेता प्रसेनजीत। बीजेपी ने इस बात के संकेत दिये हैं। बीजेपी अपने मकसद में कामयाबी के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती। बीजेपी ने बंगाल के मिजाज को भांपते हुए अभिनेता-अभिनेत्री, खिलाड़ी और कलाकारों को तरजीह देनी शुरू कर दी है। राजनीति के धुरंधर तो पहले से ही बीजेपी के निशाने पर हैं। ताजा सूचना यह भी है कि TMC के तकरीबन 15 KMC कोऑर्डिनेटर (पार्षद) बीजेपी में शामिल होने की तैयारी में हैं। विधाननगर निगम प्रशासक मंडल से देवाशीष जाना ने भी इस्तीफा दे दिया है। भाजपा में उनके शामिल होने की अटकलें लगायी जा रही हैं। हाल ही में उन्होंने बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष से भेंट की थी।
फिल्मी हस्तियों, गीत-संगीत के कलाकारों और खेल जगत के नामचीन लोगों पर TMC ने पिछले चुनावों में डोरे डाल कर अपनी कामयाबी सुनिश्चित की थी। बीजेपी ने उसके इस सूत्र को भी पकड़ लिया है। इसी क्रम में बंगाल के चहेते फिल्म कलाकार मिठुन चक्रवर्ती से उसने नजदीकी बढ़ाई तो सौरभ गांगुली जैसे क्रिकेट जगत की हस्ती को आखिरकार रिझा ही लिया। बीजेपी के दावे के मुताबिक पीएम नरेंद्र मोदी की सभा को भव्य बनाने के लिए इन्हें उस दिन मंच पर उपस्थित रहने के लिए तैयार कर लिया गया है। मोदी की सभा में 10 लाख लोगों की भीड़ जुटा कर बीजेपी बंगाल में अपनी ताकत का इजहार भी करना चाहती है।
टीएमसी में तोड़फोड़ के बीजोरोपण के बाद बीजेपी अब वैसे लोगों को अपने पाले में लाना चाहती है, जिनके फालोवर्स बड़े पैमाने पर बंगाल में हैं और जिनकी छवि बेदाग रही है। मिठुन चक्रवर्ती, सौरभ गांगुली व प्रसेनजीत की गिनती ऐसे ही लोगों में की जाती है। सौरभ गांगुली के प्रति लोगों की दीवानगी का आलम यह है कि उम्र में छोटे होने के बावजूद पूरा बंगाल उन्हें दादा (बड़ा भाई) कह कर संबोधित करता है। सौरभ के बीजेपी में आने की चर्चा तो काफी दिनों से है, लेकिन बीच में उनकी खराब सेहत के कारण इस पर विराम लग गया था। दो दिनों पहले बीजेपी के प्रदेश स्तर के बड़े नेताओं की उनसे मुलाकात के बाद अब यह बात साफ हो गयी है कि वे मोदी की सभा में मंच पर दिखायी दे सकते हैं। मिथुन चक्रवर्ती से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर्वोच्च पदाधिकारी मोहन भागवत उनके घर पर मुलाकात कर चुके हैं। उसी दिन यह साफ हो गया था कि मिथुन बीजेपी के पैरोकार बनेंगे।
इस बीच हां-ना करते आसनसोल के विधायक जीतेंद्र तिवारी ने भी बीजेपी का झंडा थाम ही लिया है। बीजेपी ने टीएमसी के साथ अब कांग्रेस पर डोरे डालने शुरू कर दिये हैं। आज ही बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी को बीजेपी में आने का न्यौता दे दिया। उन्होंने कहा कि अधीर रंजन चौधरी भाजपा में आएं तो उनके लिए ‘उपयुक्त जगह की कमी नहीं’ होगी। हालांकि यह कटाक्ष है, लेकिन राजीनित में कुछ भी असंभव नहीं।
बंगाल की चुनावी चर्चा में एक बात यह भी सामने आई है कि टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी शिवरात्रि को नन्दीग्राम सीट से मनोनयन पत्र दाखिल करेंगी। इसके पीछे उनका दो मकसद हो सकता है। अव्वल कि वे मुसलिम परस्त अपनी छवि से बाहर निकलना चाहती हों और दूसरे हिन्दू मेथालाजी के मुताबिक शिवरात्रि का दिन शुभ है। बीजेपी ने भी ममता को टक्कर देने के लिए अपने कद्दावर नेता शुभेंदु अधिकारी को ही उतारने की तैयारी शुरू कर दी है। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने इसके संकेत दिए हैं।