- डी. कृष्ण राव
कोलकाता। ममता बनर्जी ने विधानसभा चुनाव में 27 विधायकों का टिकट काट दिया तो टीएमसी में हड़कंप मच गया। विद्रोह के बिगुल बजने लगे। टीएमसी उम्मीदवारों सूची की घोषणा होते ही राज के विभिन्न स्थानों में टिकट मिलने से वंचित लोगों ने नाराजगी का इजहार करना शुरू कर दिया है। जारी की गयी सूची में 27 विधायकों के नाम नहीं हैं।
दक्षिण 24 परगना के भानगढ़ से टिकट न मिलने के कारण तृणमूल नेता अराबुल इस्लाम ने ट्वीट कर कहा कि पार्टी को उनकी जरूरत अब नहीं रह गयी है। उनका यह भी कहना है कि सीपीएम के खिलाफ लड़ाई कर भानगढ़ में टीएमसी के उम्मीदवार को जिताया था। पूरे दक्षिण 24 परगना और उत्तर 24 परगना के विभिन्न स्थानों पर रास्ता अवरोध शुरू हो गया है।अराबुल समर्थक भारी गुस्से में हैं।
तृणमूल नेता अराबुल इस्लाम के समर्थकों ने दक्षिण 24 परगना और उत्तर 24 परगना के हाईवे पर आग जला कर पथावरोध शुरू कर दिया है। पूर्व विधायक फुटबॉलर दीपेंदु भी अराबुल की तरह टिकट कटने पर भारी नाराज हैं। उन्होंने नाराजगी दिखाई है। कभी ममता बनर्जी के निकटतम साथी माने जाने वाली सोनाली गुहा को भी इस बार टिकट नहीं दिया गया है। सोनाली गुहा के समर्थकों में भी काफी नाराजगी है।
[इधर सिलीगुड़ी से तृणमूल के उम्मीदवार के रूप में ओमप्रकाश मिश्रा के नाम की घोषणा होते ही पूरे सिलीगुड़ी शहर में तृणमूल समर्थकों ने रास्ता अवरुद्ध करना शुरू कर दिया। जिला तृणमूल नेता नाथू पाल का कहना है कि सिलीगुड़ी में किसी बाहरी उम्मीदवार को खड़ा होने नहीं दिया जाएगा। दूसरे पूर्व विधायक मोइनुद्दीन शमशाद को टिकट न दिए जाने पर उनके समर्थकों ने विरोध करना शुरू कर दिया है।
बताया जाता है कि तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवारों की लिस्ट जारी होने के बाद से ही कई सारे नाराज विधायक भाजपा के संपर्क में हैं। इनमें दिनेश बजाज, संजय बख्शी, मोइनुद्दीन शम्श, देवश्री राय समेत 10 से 12 विधायक भाजपा और माकपा के संपर्क में हैं। बीजेपी भी अपने उम्मीदवारों की सूची आज करने वाली थी। शायद इसी वजह से बीजेपी ने आज सूची जारी नहीं की कि ममता बनर्जी पहले टिकट बांट लें। टिकट बंटवारे से नाखुश तृणमूल नेता बीजेपी का रुख कर सकते हैं।