- डी. कृष्ण राव
कोलकाता। टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी ने बंगाल के गवर्नर को गणतंत्र का कसाई कह दिया। गवर्नर जगदीप धनखड़ के खिलाफ टीएमसी इनदिनों काफी हमलावर हो गयी है। सीबीआई की कार्वाई के बाद टीएमसी का गुस्सा उफान पर है। तृणमूल के बड़बोले सांसद कल्याण बनर्जी ने राज्यपाल को गणतंत्र का कसाई तक कह दिया है। कल्याण बनर्जी ने पार्टी कार्यकर्ताओं को हर थाने में गवर्नर के खिलाफ मामला दायर करने को भी उकसाया है। उन्होंने कहा कि कार्यकाल खत्म होने पर धनखड़ को जेल भेजकर रहेंगे। कल्याण बनर्जी के बयान पर गवर्नर धनखड़ ने आश्चर्य व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि वे वरिष्ठ नेता और अधिवक्ता हैं। उनके शब्दों से आहत हुआ हूं।
बंगाल में संवैधानिक मर्यादा इनदिनों तार-तार हो रही है। गवर्नर और टीएमसी सरकार के बीच इस तरह की जंग छिड़ी हुई है कि लगता है कि गवर्नर विपक्ष के नेता हैं। जिस दिन सीबीआई ने नारदा स्टिंग मामले में टीएमसी के 4 नेताओं को गिरफ्तार किया, उस दिन टीएमसी समर्थकों ने राजभवन का घेराव किया, नारेबाजी की। इतना ही नहीं सीबीआई दफ्तर पर भी पत्थर फेंके गये। सीबआई, गवर्नर और केंद्र सरकार के नेताओं-मंत्रियों के खिलाफ खुल कर अपशब्दों का प्रयोग हुआ।
दरअसल टीएमसी की नाराजगी इस बात को लेकर है कि गवर्नर ने चुनाव बाद की हिंसा वाले इलाकों का दौरा किया। वे नंदीग्राम, कूचबिहार और शीतलकुची के अलावा असम भी गये, जहां हिंसा से त्रस्त लोगों ने पलायन कर शरण ली है। राज्यपाल ने इस दौरान बयान दिया कि बंगाल में जबरन धर्मांतरण कराया जा रहा है।
टीएमसी के नेता इससे खफा हैं। वे कह रहे हैं कि गवर्नर विपक्षी नेता की भाषा बोल रहे हैं। गवर्नर को इस बात से भी तकलीफ है कि उनके मांगने पर भी राज्य के अधिकारी हिंसा या दूसरे मामलों की रिपोर्ट नहीं दे रहे हैं। टीएमसी नेताओं का कहना है कि केंद्र सरकार के इशारे पर गवर्न बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाने भूमिका तैयार कर रहे हैं।
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