बंगाल बीजेपी में अब भगदड़ की स्थिति, लाकेट ने सुरक्षा लौटायी

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ममता बनर्जी बीजेपी को बंगाल में बार-बार बिदका रही हैं। बीजेपी ममता बनर्जी के उकसावे पर भी फिलहाल नाराज होने के बजाय खुश है।
ममता बनर्जी बीजेपी को बंगाल में बार-बार बिदका रही हैं। बीजेपी ममता बनर्जी के उकसावे पर भी फिलहाल नाराज होने के बजाय खुश है।
  • डी. कृष्ण राव

कोलकाता। बंगाल बीजेपी में अब भगदड़ की स्थिति है। विधायक-सांसद को छोड़ दें तो निचले स्तर के नेता-कार्कर्ता बीजेपी से पिंड छुड़ाने को अब छटपटा रहे हैं। हालांकि टीएमसी नेता कुणाल घोष की मानें तो बीजेपी के कई विधायक-सांसद टीएमसी के संपर्क में हैं। हालांकि अभी तक कुणाल घोष के दावे के अनुरूप कोई संकेत बीजेपी कैंप से नहीं मिले हैं।

बहरहाल बीजेपी नेताओं-कार्यकर्ताओं के दल छोड़ने की बेचैनी के पीछे दो महत्वपूर्ण कारण हैं। अव्वल तो टीएमसी कार्यकर्ताओं के वे निशाने पर हैं। उनके साथ बंगाल में अछूत जैसा बर्ताव हो रहा है। टुनाव बाद हिंसा की घटनाओं की रफ्तार भले कम हुई हो, लेकिन कहीं न कहीं ऐसी घटनाएं अब भी हो रही हैं। बीजेपी कार्यकर्ताओं की सुध पार्टी भी नहीं ले रही है। इसलिए वे छले महसूस कर रहे हैं।

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बीजेपी के बैरकपुर सांसद अर्जुन सिंह ने पार्टी से पहले ही अपनी नाराजगी का इजहार कर दिया था। उन्होंने कहा था कि जब वे अपने लोगों को सुरक्षा नहीं दे सकते तो उनके पार्टी पदों पर बने रहने का कोई औचित्य नहीं है। उनके इलाके में तृणमूल कार्यकर्ता-समर्थक लगातार बीजेपी समर्थकों पर हमले कर रहे हैं। बमबाजी की घटना सामान्य-सी बात हो गयी है। इधर बीजेपी की एक और सांसद ने अपनी नाराजगी का इजहार किया है। लोगों को सुरक्षा नहीं दे पाने की बात कह कर सांसद लॉकेट चटर्जी ने केंद्रीय सुरक्षा लौटा दी है।

इस बीच टीएमसी नेता कुणाल घोष का सनसनीखेज बयान सामने आया है। उन्होंने दावा किया है कि बीजेपी के कई सांसद और विधायक तृणमूल कांग्रेस के संपर्क में हैं। वैसे उन भाजपा कार्यकर्ताओं-नेताओं में, जो चुनाव से पहले टीएमसी छोड़ कर बीजेपी में गये थे, उनकी वापसी की सूचनाएं आने लगी हैं। सोनाली गुहा ने तो बाजाप्ता ममता बनर्जी को अपनी भूल स्वीकारते हुए पार्टी में वापसी के लिए मार्मिक पत्र तक लिखा है।

इधर मालदह जिला परिषद में भी समीकरण बदल रहे हैं। दल बदल कर बीजेपी में गये 6 सदस्य टीएमसी में लौटने को बेताब हैं। सरला मुर्मू ने भी फिर टीएमसी में लौटने की इच्छा जतायी है। हालांकि उनकी राह में रोड़ा बनी हैं टीएमसी की मालदह जिला प्रमुख मौसम नूर। उनका कहना है कि उनकी वापसी बिल्कुल संभव नहीं है। सरला मिर्मू ने पार्टी को बहुत नुकसान पहुंचाया था।

इस बीच बीजेपी के 274 विस्तारक इसलिए नाराज हैं कि चुनाव में उन्होंने जी-जान से बीजेपी के लिए काम किया, लेकिन चुनाव में पार्टी की पराजय के बाद कोई उनकी सुध लेने वाला नहीं। इन विस्तारकों का 50 लाख से अधिक रुपये का मानदेय बकाया है। चुनावी हार के बाद कोई नेता इनकी खबर नहीं ले रहा है। बड़े नेताओं के खिलाफ इनकी नाराजगी अधिक है।

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