पीएम नरेंद्र मोदी शुक्रवार को बंगाल की सीएम ममता से मिलेंगे

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पीएम नरेंद्र मोदी शुक्रवार को बंगाल की सीएम ममता बनर्जी से कलाईकुंडा एयर बेस पर मुलाकात करेंगे। ममता बनर्जी ने मीडिया को खुद यह जानकारी दी।
पीएम नरेंद्र मोदी शुक्रवार को बंगाल की सीएम ममता बनर्जी से कलाईकुंडा एयर बेस पर मुलाकात करेंगे। ममता बनर्जी ने मीडिया को खुद यह जानकारी दी।
  • डी. कृष्ण राव

कोलकाता। पीएम नरेंद्र मोदी शुक्रवार को बंगाल की सीएम ममता बनर्जी से कलाईकुंडा एयर बेस पर मुलाकात करेंगे। ममता बनर्जी ने मीडिया को खुद यह जानकारी दी। ममता बनर्जी भी बंगाल के तूफान प्रभावित इलाकों का कल यानी शुक्रवार को दौरा करेंगी। पीएम नरेंद्र मोदी उड़ीसा और आंध्र प्रदेश के तूफान प्रभावित इलाकों के दौरा के क्रम में बंगाल के कलाईकुंडा पहुंचेंगे। ममता ने मीडिया को बताया कि पीएम कल उनसे मिलेंगे। ममता बनर्जी ने तूफान से प्रभावित हुए लोगों के लिए तत्काल 1000 करोड़ रुपये की सहायता की घोषणा की है। केंद्र सरकार ने पहले ही 400 करोड़ की सहायता की घोषणा की है। ममता ने कल कहा था कि तूफान से बंगाल की एक करोड़ लोग प्रभावित हुए हैं। 134 बांध टूट गये हैं।

यास तूफान से निपटने के लिए  राज्य प्रशासन की तैयारी हफ्ता भर पहले से चल रही थी। खुद ममता बनर्जी लगातार 30 घंटे तक तैयारियों की मानिटरिंग के लिए सचिवालय नवान्न और उपान्न में बैठी रहीं। इसके बावजूद ग्राउंड रिपोर्ट यह है कि लोगों को भूखे रहना पड़ा। पानी में फंसे  घोड़ा मारा  और मौसम  आईलैंड  के लोगों को निकालने के लिए  प्रशासन  को खबर भेजे जाने के बाद भी  राहत टीम नहीं पहुंची। आखिरकार मीडिया के लोगों ने जान जोखिम में डालकर लोगों को  बचाने के काम किया। पानी और तूफान से जान बचाने के लिए लोग राहत शिविरों में तो पहुंचे, लेकिन ताजपुर, एकरा, मंदारमनी  के लोगों ने राहत शिविरों की भीड़ को देखते हुए  कोरोना का खतरा बढ़ने से इनकार नहीं किया।

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इस दौरान एक और दृश्य देखने को मिला। दक्षिण 24 परगना जिले के पाथर प्रतिमा, सागर, सुंदरबन के इलाके में कई जगहों पर  गांव के लोगों को  जान हथेली पर रखकर  बांध मरम्मत और रक्षा करते देखा गया। यह प्रशासन की ओर से  किया जाना था। राज्य सरकार से मिली खबर के मुताबिक  राज्य के पूर्व मेदिनीपुर  और दक्षिण 24 परगना में नदी पर बने 134 बांध तूफान में टूटे हैं। इससे  सबसे ज्यादा क्षति हुई है। बांध टूटने को लेकर  राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सिंचाई विभाग पर सवाल उठाते हुए कहा कि  इतने कमजोर बांध  क्यों बने हैं? क्यों इसे मजबूत नहीं बनाया जाता।

कल दिन भर  24 परगना के घोड़ा मारा और मौसम आइलैंड के बूढ़े, बच्चे समेत कई हजार लोग  भूखे रहे। प्रशासन की ओर से सफाई दी गयी कि यहां जिन राहत शिविरों में  खाने का सामान  रखा गया था, वहां पानी के बहाव में  सारे सामान बह गये। वहां लोगों को पीने का पानी तक नसीब नहीं हुआ। जब  प्रशासन हफ्ता भर पहले से तैयारी कर रहा था तो ऐसी स्थिति क्यों उत्पन्न हुई।

जानकारों का मानना है कि तूफान के दौरान तीन  कारणों से लोगों को नुकसान होता है। तेज हवा, तेज बारिश  और समुद्री इलाकों में  बांध टूटने से पानी का  रिहायशी इलाका में घुस जाना इन कारणों में शामिल हैं। इस बार तूफान की गति पिछली बार के आम्फान की तुलना में काफी कम थी। बारिश भी उतनी नहीं हुई, जितनी आशंका थी। जो कुछ बर्बाद हुआ, वह बांध टूटने के कारण हुआ है।

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