पटना। केंद्र सरकार द्वारा ऊर्जा एवं विद्युतीकरण के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों का उल्लेख करते हुए भाजपा के बिहार प्रदेश प्रवक्ता सह पूर्व विधायक श्री राजीव रंजन ने कहा कि केंद्र के प्रयत्नों से आज तक अंधकार में जी रहे गरीबों के जीवन में भी विकास की रौशनी फ़ैल रही है। केंद्र इसके लिए अनेक मोर्चों पर एक साथ काम कर रही है। 2014 में सत्ता में आते ही प्रधानमन्त्री जी ने आजादी के 70 वर्ष बाद भी विद्युत सेवा से वंचित 18000 से अधिक गांवो को इस सुविधा से युक्त करने का एलान किया। अपने लक्ष्य के प्रति यह केंद्र की प्रतिबद्धता ही थी कि इस लक्ष्य को तय समय से पहले ही प्राप्त कर लिया गया। ज्ञातव्य हो कि पूर्ववर्ती कांग्रेस की सरकार ने भी इस कार्य को करने के लिए लंबे चौड़े वायदे किए थे, लेकिन परिणाम शून्य रहा। विद्युत सेवा से वंचित इन गांवो में से अनेक गाँव काफ़ी दुर्गम और पहाड़ी इलाकों में थे, जहां पहली नजर में बिजली पंहुचाना असंभव प्रतीत होता था। इन्ही मुश्किलों के कारण पिछली सरकार को काम न करने का एक बहाना भी मिल गया, लेकिन भाजपा ने सत्ता में आते ही इस कार्य को प्राथमिकता में रखा और आज नतीजा सब के सामने है।
यह भाजपा और कांग्रेस दोनों दलों के कार्यशैली के अंतर को साफ़-साफ़ दिखाता है। आज भारत के इस कारनामे से प्रभावित हो दुनिया के अन्य विकासशील देश भी भारत को अपने यहाँ इस काम को करने का आग्रह कर रहे हैं। आज केंद्र के सिर्फ इस एक काम से जिन गाँवों में लोग इलेक्ट्रोनिक उपकरण खरीदने की सोचते भी नही थे। वहां लोग मोबाइल, टीवी और कंप्यूटर खरीद रहे हैं। केंद्र के कारण आज वहां विकास की एक नयी इबारत लिखी जानी शुरू हो गयी है। इसके अलावा लोगों का बिजली पर खर्च कम हो और बिजली भी बचे, सरकार आज इसका ख्याल भी रख रही है। इस दिशा में पहल करते हुए केंद्र ने उजाला योजना के तहत लगभग 28 करोड़ से अधिक LED बल्बों का वितरण किया, जिसके बाद आंकड़ो के मुताबिक बिजली के बिलों में सालाना 14000 करोड़ की कमी देखी गयी। देश को विकसित करने के अपने अभियान के तहत आज केंद्र कई क्रांतिकारी योजनाओं को धरातल पर उतार रही है। जिसे पूरा करने की जरूरत कांग्रेस ने अपने राज में कभी नही समझी।
श्री रंजन ने आगे कहा कि केंद्र सरकार यह जानती है कि आज के युग में बिना ऊर्जा के कोई समाज या देश विकसित नही हो सकता, इसीलिए केंद्र बिजली क्षमता के विस्तार पर इतना ज्यादा ध्यान दे रही है। देश के सारे गांवों तक बिजली पंहुचाने के साथ केंद्र सौभाग्य योजना के तहत इस सुविधा से वंचित गरीबों को भी इसके दायरे में लाने का कार्य कर रही है। इस योजना के तहत आज केंद्र 4 करोड़ गरीबों को बिजली कनेक्शन दे रही है, जिसकी उन्हें कोई कीमत नही देनी होगी। यह केंद्र के प्रयत्न ही है, जिसके फलस्वरूप आज देश के अधिकांश शहर और गांवों में बिजली की आपूर्ति भी बढ़ गयी है।