नोयडा। उत्तर-प्रदेश के ग्रेटर नोएडा इलाके में गत रात एक बड़ा हादसा हो गया। ग्रेटर नोएडा वेस्ट के शाहबेरी में बीती रात चार मंजिला और एक निर्माणाधीन 6 मंजिला इमारत धराशायी हो गई। इस घटना में अबतक तीन लोगों की मौत की सूचना है। मलबे के नीचे 50 से अधिक लोगों के फंसे होने की आशंका जताई जा रही है। बताया जा रहा है कि चार मंजिला इमारत में कुछ परिवार रह रहे थे, जबकि निर्माणाधीन बिल्डिंग में कई मजदूर मौजूद थे।
रेस्क्यू ऑपरेशन में लगी एनडीआरएफ ने अभी 3 लोगों की मौत की पुष्टि की है। सभी मजदूर बताए जा रहे हैं। रेस्क्यू ऑपरेशन में खोजी कुत्तों की भी मदद ली जा रही है। इस बीच पुलिस ने बिल्डिंग बनाने वाले दोनों बिल्डरों को हिरासत में ले लिया है।
एनडीआरएफ टीम के कमांडेंट पीके श्रीवास्तव के मुताबिक खोजी कुत्तों की मदद से मलबे में दबे लोगों की तलाश की जा रही है। ऐसा लग रहा है कि इसमें किसी के बचने की उम्मीद कम है। खोजी कुत्तों की सूंघने की ताकत बहुत अधिक होती है और वह जीवित लोगों तक तुरंत पहुंता देते हैं, लेकिन अब ऐसे संकेत नहीं मिल रहे।
मेरठ रेंज के आईजी राम कुमार ने कहा कि प्राथमिकता है मलबे को हटाने की, ताकि जो जीवित हैं, उन्हें निकाला जा सके। अभी तक 3 मजदूरों की का शव ही मिला है। यह निर्माणाधीन बिल्डिंग है, इसलिए फंसे हुए लोगों में भी ज्यादा संख्या मजदूरों के ही होने की संभावना है। स्थानीय लोगों से यही पता चला है कि कुछ मजदूर अपने परिवार के साथ निर्माणाधीन बिल्डिंग में रह रहे थे। अभी 24 घंटे तक और राहत और बचाव कार्य चल सकता है। बिल्डर कौन था, अभी पता नहीं चला है, लेकिन दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
इधर घटना की जानकारी मिलते ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने डीजीपी ओपी सिंह से हालात पर बात की। डीजीपी के अनुसार एनडीआरएफ की टीम, जिला प्रशासन, पुलिस मौके पर मौजूद हैं और मुस्तैदी से राहत कार्य अंजाम दिया जा रहा है। घटास्थल पर मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, ‘एक बिल्डिंग बेहद जर्जर हालत में थी, जबकि दूसरी बिल्डिंग निर्माणाधीन थी।
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