बेगूसराय से नंदकिशोर सिंह
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने बड़ा फैसला लेते हुए पार्टी की वर्किंग कमेटी का गठन तो कर लिया है, लेकिन इसमें बिहार का प्रतिनिधित्व नदारद है। बिहार कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व बेगूसराय बछवाड़ा विधानसभा के विधायक रामदेव राय ने आलाकमान के इस फैसले का कड़ा विरोध किया है। दरअसल, इससे पहले बिहार के शकील अहमद वर्किंग कमेटी में बिहार का प्रतिनिधित्व कर रहे थे। इस फैसले से कार्यकर्ताओं में नाराजगी देखी जा रही है।
विधायक श्री राय ने कहा कि बिहार से किसी को भी मौका दिया जाना चाहिए था। लेकिन ऐसा नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि बिहार पर ध्यान पार्टी के आलाकमान का ठीक से नहीं जा रहा है। अनुशासन की छड़ी के कारण यहां खुल कर कोई भी नेता कुछ नहीं बोल पा रहा है।
हालांकि कांग्रेस वर्किंग कमेटी के गठन पर बिहार के प्रभारी कांग्रेस अध्यक्ष कौकब कादरी ने कहा कि काफी संतुलित टीम बनी है। उन्होंने कहा कि यह कोई आखरी फैसला नहीं है। आगे भी बिहार को जगह मिल सकती है। दूसरी तरफ पार्टी के वरिष्ठ नेता अवधेश सिंह का कहना है कि सीडब्ल्यूसी का फैसला आलाकमान का है। इस पर कोई टिप्पणी नहीं की जा सकती।
श्री सिंह ने इस फैसले पर कहा कि उनके जैसे नेता कुछ नहीं बोल सकते। जहां तक मीरा कुमार और शकील अहमद का सवाल है, पार्टी दोनों नेताओं के अनुभव का इस्तेमाल अपने तरीके से करेगी। ज्ञात हो कि कांग्रेस पार्टी में बड़े फैसले लेने के लिए वर्किंग कमेटी का गठन किया गया है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने बीते मंगलवार को सीडब्ल्यूसी का गठन किया। इसमें अनुभवी और युवा नेताओं को जगह दी गई है। सीडब्ल्यूसी में 13 सदस्य,19 स्थायी आमंत्रित सदस्य और 9 आमंत्रित सदस्य शामिल किए गए हैं। राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने इसी महीने 22 जुलाई को सीडब्ल्यूसी की पहली बैठक दिल्ली में बुलाई है।
यह भी पढ़ेंः
हालात नहीं सुधरे तो बिहार में कांग्रेस के लिए मुश्किलः गहलोत
पीएम ने कहा- इमरजेंसी लगाने वाले और उसके विरोधी मिले हुए हैं