नयी दिल्ली। रेलवे की समयसारणी 15 अगस्त से बदलने जा रही है। रेलवे नयी समयसारणी जारी करने की तैयारी कर चुकी है। रेलवे की नयी समय सारणी जारी करने के पीछे उद्देश्य यह है कि प्रीमियम ट्रेनें समय पर चलें। लेट तो कत्तई न हों। ट्रेनों के लेट होने को लेकर लगातार शिकायत रेलवे को मिलती रही है। नए टाइम टेबल के लागू होने के बाद रेलवे का दावा है कि सभी प्रीमियम ट्रेनें राजधानी शताब्दी, दुरंतो, तेजस, हमसफर, अंत्योदय, गतिमान सहित गरीबरथ का राइट टाइम पर अपने गंतव्य तक पहुंचेगी।
समय सारणी में परिवर्तन के साथ रेलवे ने ट्रेनों की गति सीमा बढ़ाने की भी तैयारी कर ली है। अब इन ट्रेनों की स्पीड में इजाफा किया जाएगा, लेकिन प्रीमियम ट्रेनों की रफ्तार की कीमत मेल-एक्सप्रेस और पैसेंजर ट्रेनों को चुकानी पड़ सकती है।
ट्रेनों के राइट टाइम पर चलने के लिए इनकी स्पीड में वृद्धि की जायेगी। इसके लिए इन ट्रेनों को अधिकतम 130 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से दौड़ाया जाएगा। गतिमान एक्सप्रेस 160 किलोमीटर (दिल्ली-आगरा) की रफ्तार से चलेगी। इन ट्रेनों की निगरानी डिवीजन स्तर पर डीआरएम व जोनल स्तर पर चीफ पैसेंजर ट्रेन मैनेजर करेंगे। इससे प्रीमियम ट्रेनें टाइम पर चलेंगी और गंतव्य तक पहुंचने में विलंब नहीं होगा।
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इस बदलाव में ट्रेनें राइट टाइम से चलेंगी और राइट टाइम तो पहुंचेंगी, लेकिन इसके पीछे हकीकत ये है कि इन ट्रेनों का ट्रेवलिंग टाइम 15 से 30 मिनट बढ़ जाएगा। 15 अगस्त से लागू होने वाले इस नए टाइम टेबल में लगभग चार हजार से अधिक मेल-एक्सप्रेस और पैसेंजर ट्रेनों का राइट टाइम पहुंचने का टारगेट 95 फीसदी तय किया है। रेलवे ने इसके लिए उनका ट्रेवल टाइम बढ़ा दिया है। इसमें ट्रैक की क्षमता 110 किलोमीटर प्रति घंटा, पायलट ट्रेन भी 110 किलोमीटर प्रतिघंटा से चलाए जाने की बात कही गई है, लेकिन ट्रेन का चार्टिंग टाइम 105 किलोमीटर प्रति घंटा दिखाया जाएगा। इस प्रकार गंतव्य तक पहुंचने पर ट्रेन 15 मिनट से 30 मिनट तक देरी से पहुंचने के बावजूद राइट टाइम होंगी।
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