देवघर बैद्यनाथ मंदिर देश के स्वच्छ आईकानिक प्लेस में तीसरा

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देवघर। प्रधानमंत्री के द्वारा शुरू की गई स्वच्छ भारत योजना के अन्तर्गत केन्द्रीय पेयजल एवं स्वच्छता मंत्रालय द्वारा 30  स्वच्छ आईकानिक प्लेस का चयन किया गया है। उन स्थानों का कायाकल्प कराने के लिए जिला प्रशासन को निर्देशित किया गया है। देवघर स्थित बाबा बैद्यनाथ मंदिर को स्वच्छ आईकानिक प्लेस में तीसरा स्थान प्राप्त करने की घोषणा कर दी गई है।

स्वच्छ भारत मिशन की चौथी वर्षगांठ के अवसर पर 2 अक्टूबर को माननीय मंत्री, पेयजल एवं स्वच्छता मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा बाबा बैद्यनाथ मंदिर को राष्ट्रीय स्तर पर स्वच्छ आईकानिक प्लेस (एस.आई.पी.) अवार्ड दिया जायेगा। इसे ग्रहण करने के लिए देवघर उपायुक्त श्री राहुल कुमार सिन्हा को आमंत्रित किया गया है। बाबा मंदिर मंदिर को स्वच्छ आइकोनिक प्लेस में तीसरा स्थान मिलना पूरे झारखण्ड के लिए गर्व की बात है। इस दिशा में मंदिर प्रशासन तथा PGCIL एवं उनकी टीम द्वारा लगातार कार्य किया जा रहा था। मंदिर व इसके आसपास के क्षेत्रों के सौंदर्यीकरण, साफ-सफाई, पेयजल आदि की व्यवस्था को लगातार सुदृढ़ बनाया जा रहा है। आने वाले समय में भी बाबा मंदिर के कायाकल्प करने की प्रक्रिया चलती रहेगी। बाबा मंदिर आने वाले देवतुल्य श्रद्धालुओं को और भी बेहतर सुविधा मिले इसके लिए सरकार व जिला प्रशासन पूरी तरह से कटिबद्ध है।

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मंत्रालय द्वारा स्वच्छ भारत मिशन के तहत देश के 30 स्वच्छ आईकानिक प्लेस चुने गये थे। इन्हें सरकार ने सीएसआर के माध्यम से विकास और सुविधाओं में बढ़ोतरी के लिए राशि उपलब्ध करायी थी। इनमें से एक देवघर का बाबा बैद्यनाथ मंदिर भी है। विदित हो कि इस अवार्ड हेतु आवश्यक पैरामीटर है- सफलतापूर्वक एक्शन प्लान को पूरा करना, एक्जीक्यूशन प्लान के क्रियान्वयन में स्टेक होल्डर की भागीदारी, फण्ड लिभरैज्ड, फण्ड यूटिलाईज्ड, आईकानिक स्थल के आसपास साफ-सफाई वगैरह।

स्वच्छ भारत मिशन के तहत स्वच्छ आईकानिक स्थल हेतु द्वितीय चरण में बैद्यनाथ धाम (देवघर, झारखण्ड) का चयन होने के उपरांत उपायुक्त श्री राहुल कुमार सिन्हा द्वारा लगातार मानिटरिंग कर देवघर में स्वच्छ आईकानिक स्थल हेतु आवश्यक सभी पैरामीटर को पूरा किया गया। इसके तहत पावर ग्रिड कारपोरेशन आफ इंडिया लिमिटेड के सहयोग से बाबा बैद्यनाथ मंदिर परिसर की साफ-सफाई एवं धुलाई, शिवगंगा घाट का सौंदर्यीकरण, शिवगंगा जलशोधन संयंत्र का संस्थापन,  मंदिर से निकले फूल एवं विल्वपत्र को संग्रहित कर उनसे ऑर्गेनिक खाद बनाने हेतु पावर ग्रिड कारपोरेशन आफ इंडिया लिमिटेड के सहयोग से मंदिर के समीप वर्मी कंम्पोस्ट मशीन का अधिष्ठापन, मंदिर परिसर के बाहर व इसके आसपास पेभर ब्लाक का लगवाया जाना, मंदिर से जुड़ने वाले पथों का जीर्णोंद्धार एवं आवश्यक गोलम्बर का निर्माण, 500 मीटर की परिधि में मास्ट लाइट का संस्थापन, प्रत्येक 50 फीट पर डस्टबीन की व्यवस्था, मंदिर परिसर के सतह का जीर्णोद्धार, सिवरेज का निर्माण एवं नालियों की मरम्मति, 500 मीटर की परिधि में सुसज्जित विद्युत उपकरणों की व्यवस्था, मंदिर के 500 मीटर की परिधि में जलापूर्ति व्यवस्था की सुदृढ़ता, मंदिर प्रांगण के भीतर के साथ-साथ मंदिर के आस-पास एवं सत्संग चौक से टावर चौक तक बने रोड डिभायडर में सजावटी फूल पत्ती का लगाया जाना आदि शामिल है।

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