टोक्यो/पटना। जापान में मनाया जाने वाला सबसे बड़ा त्योहार “नमस्ते इंडिया” में बिहार एवं झारखंड एसोसिएशन, जापान द्वारा पहली बार राज्य के पर्यटन, ऐतिहासिक शिल्प एवं कला की प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। नमस्ते इंडिया में बिहार पैवेलियन का उद्घाटन श्री सिद्धार्थ सिंह निदेशक विवेकानंद कल्चरल सेंटर भारतीय दूतावास, टोक्यो एवं श्री सत्यपाल कुमार प्रथम सचिव भारतीय दूतावास, टोक्यो की उपस्थिति में संपन्न हुआ। प्रदर्शनी के आयोजन में बिहार फाउंडेशन एवं उपेंद्र महाऱथी शिल्प अनुसंधान संस्थान, बिहार सरकार का विशेष योगदान है। यह प्रदर्शनी 29-30 सितंबर तक चली। बिहार एवं झारखंड एसोसिएशन जापान के अध्यक्ष श्री आनंद विजय सिंह ने बताया कि बिहार कि भारत जापान के लोगों के बीच सांस्कृतिक, सामाजिक एवं व्यापारिक आदान-प्रदान को प्रोत्साहित करने के लिए एवं बिहार के गौरवशाली इतिहास से अवगत कराने हेतु इस प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है।
बिहार के विकास को एक नई दिशा देने की युवा वर्ग में प्रचुर क्षमता है और बिहार का युवा वर्ग यहां की उत्पादकता के दृष्टिकोण को अनुकूलित करने और विकसित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। साथ ही साथ हम बिहार एवं जापान के बीच अच्छे संबंधों में विश्वास रखते हैं और भारत-जापान के बीच लोगों के सांस्कृतिक, सामाजिक एवं आर्थिक आदान प्रदान को प्रोत्साहित करने के लिए प्रतिबद्ध है।
प्रदर्शनी का मुख्य आकर्षण बिहार के पर्यटन स्थल, मधुबनी चित्रकला, भागलपुर का शिल्क उद्योग, गया में बना धातु, पत्थर एवं लकड़ी से बनी मूर्तियां, बिहार का प्राचीन योग विद्या एवं बिहारी व्यंजन है। जापानी लोगों का बिहार पैवेलियन में काफी रुचि देखने को मिला। पैवेलियन में आने वाले लोगों को वीडियो के जरिए बिहार के प्रमुख पर्यटन स्थलों के बारे में दिखाया एवं समझाया गया। पैवेलियन पर आने वाले जापानी लोगों का स्वागत बोधगया के महाबोधि मंदिर के पवित्र वृक्ष की पट्टियां देकर किया गया।
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