पटना। बिहार सरकार के पूर्व सहकारिता मंत्री व राष्ट्रीय जनता दल के प्रधान महासचिव आलोक मेहता सोमवार को कुशवाहा छात्रावास के घायल छात्रों से मिलने सदर अस्पताल पहुँचे। पूर्व मंत्री ने बच्चों को भरोसा दिलाया कि आपके साथ सभी लोग मुस्तैदी से खड़े हैं। आपको इंसाफ दिलाया जाएगा। आप भरोसा रखें। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि कुशवाहा छात्रावास के हॉस्टल में रहकर पढ़ने वाले गरीब छात्रों के साथ पिछले 24 अक्टूबर को हुई घटना ने मानवता को शर्मसार करके रख दिया है। ऐसा लग रहा है कि बेगूसराय में महा जंगल राज आ गया है। अपराधियों को पुलिस का भय खत्म हो गया है। अपराधी बेलगाम होकर जिला के अंदर खुलेआम घूम रहे हैं ।
पूर्व मंत्री ने बिहार सरकार के मुखिया नीतीश कुमार से मांग की कि इस घटना की गहन जांच करा कर दोषियों को सख्त और जल्द सजा दिलायें। इसमें कोई बचे नहीं। दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिले। साथ ही इनके इलाज की मुकम्मल व्यवस्था हो। अपराधियों के पकड़ाये जाने तक सभी छात्रों की पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था रहे। उन्होंने कहा कि कुशवाहा छात्रावास के छात्र असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। घटना में शामिल तत्व पड़ोस के ही रहने वाले हैं। इसलिए वहां के छात्रों में दहशत है। वहां भी सुरक्षा व्यवस्था की जरूरत है। श्री मेहता से पूछा कि क्या आपको लगता है कि सरकार मुजरिमों को बचा रही है तो पूर्व मंत्री ने कहा कि सरकार सिर्फ अपना चेहरा दिखा रही है ।
उन्होंने कहा कि पूरी तरह अपराधियों के सामने सरकार सरेंडर कर चुकी है। उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के पर बरसते हुए उन्होंने कहा कि फिलहाल वह अपराधियों का पैर पकड़ते हुए फिर रहे हैं कि अभी तुम लोग अपराध मत करो, लेकिन उनके बोलने के बावजूद अपराधी इस तरह की घटना को अंजाम दे रहे हैं। उनके निवेदन को भी अपराधी स्वीकार नहीं कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि जो सरकार पहले दावा करती थी कि बिहार में सुरक्षा, शांति तथा सद्भावना और सुशासन कायम है, उसके सारे दावे खोखले हो चुके हैं। हर मोर्चे पर सरकार विफल है। उन्होंने छात्रों से मिलने के बाद बेगूसराय के सिविल सर्जन बृजनंदन शर्मा से कहा कि आपकी पूरी जिम्मेवारी बनती है कि चारों छात्रों का इलाज सही ढंग से हो और उनकी सुरक्षा व्यवस्था भी पुख्ता रहे। इसलिए आप सभी कुशवाहा छात्रावास के इलाज करा रहे छात्रों को सदर अस्पताल के स्पेशल वार्ड में रख कर इनका इलाज करें। कुछ भी होता है तो इसकी जिम्मेवारी सारी आपकी होगी। इस पर सिविल सर्जन ने भरोसा दिलाया कि कहीं से इलाज में कोई कमी नहीं की जाएगी और इन्हें स्पेशल वार्ड में रखा जाएगा।
इसके बाद पूर्व मंत्री पोखरिया स्थित कुशवाहा छात्रावास पहुंचे। पूर्व मंत्री ने कहा कि आप जिला प्रशासन के समक्ष अपनी मांग को रख सकते हैं, लेकिन फिलहाल बुद्धि से काम करें। उतावला होने की कोई जरूरत नहीं है। उन्होंने कुशवाहा छात्रावास के छात्रों को भरोसा दिलाया कि भविष्य में इस तरह की अब कोई घटना नहीं घटेगी। अगर जिला प्रशासन के पुलिस पदाधिकारी उन सभी अपराधियों को गिरफ्तार कर जेल शीघ्र नहीं भेजते हैं और स्पीडी ट्रायल करा कर उन सभी को सजा नहीं दिलाते हैं तब इस जिला में एक बड़ा आंदोलन किया जाएगा।
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