जमशेदपुर। मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि इस संपन्न राज्य की गोद में जो गरीबी, बेरोजगारी और अभाव की जिंदगी है, उसको समाप्त करना मेरे व्यक्तिगत जीवन का लक्ष्य है, क्योंकि एक गरीब मजदूर राज्य का मुख्य सेवक बना है। मुख्यमंत्री ने दावा किया कि राज्य की सवा तीन करोड़ जनता की शक्ति के साथ मिलकर इस लक्ष्य को हर हाल में हासिल करेंगे। मुख्यमंत्री आज यहां पत्रकारों से बात कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य की सारी समस्या का निदान विकास और तेजी से विकास है। सरकार इसी मूल मंत्र के साथ काम कर रही है। उन्होंने कहा कि मनिपाल मेडिकल कॉलेज के लिए सरकार ने जमीन दे दी है। सभी विसंगतियों को दूर करते हुए 2019 में बच्चे एमबीबीएस की पढ़ाई इस विश्वविद्यालय में करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाले समय में झारखंड को मेडिकल हब के रूप में विकसित किया जाएगा। इस क्षेत्र में भी रोजगार की काफी संभावनाएं हैं। वार्डबॉय, कंपाउंडर, हाउसकीपिंग, नर्सिंग इत्यादि के लिए कौशल विकास के तहत प्रशिक्षण दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि बीते 4 वर्षों में राज्य में दुमका, पलामू, हजारीबाग, कोडरमा और चाईबासा सहित पांच मेडिकल कॉलेज की संकल्पना से प्रत्येक वर्ष 1200 युवाओं को मेडिकल की डिग्री प्राप्त होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि शहरी और नगरी निकायों का अपना कैडर होना चाहिए। कैडर बन चुका है और बहाली की प्रक्रिया चल रही है। सफाई कर्मचारियों को प्रशिक्षण देकर उन्हें अर्ध कुशल श्रमिक की श्रेणी की सुविधाएं मिल पाएं, इसके लिए नगर विकास सचिव को निर्देश दिया गया है। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण प्राप्त होने के बाद सफाई कर्मचारियों के वेतन में 450 रुपये प्रति माह की बढ़ोत्तरी होने के साथ ही श्रमिक कल्याण बोर्ड के तहत मिलने वाली 15 कल्याणकारी योजनाओं के लिए भी उनकी पात्रता होगी, जिससे न सिर्फ उनके जीवन स्तर में बेहतरी आएगी, बल्कि वह अपने बच्चों को डॉक्टर, इंजीनियर, टीचर जैसी उच्च स्तर की पढ़ाई कराने के लिए भी प्रेरित होंगे।
राज्य सरकार का ध्येय है व्यक्तिगत विकास और समष्टि का विकास जन-जन के विकास के साथ राज्य का समग्र विकास। मुख्यमंत्री ने कहा कि एमजीएम मेडिकल कॉलेज में 500 बेड के अस्पताल का जल्दी शिलान्यास होगा। सूर्य मंदिर के पास महिला विश्वविद्यालय का शिलान्यास जल्द ही किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड युवा राज्य है। यहां के युवाओं को प्रशिक्षण प्रदान कर इंजीनियरिंग, मेडिकल, प्रोफेसर, टीचर, नर्सिंग का प्रशिक्षण प्राप्त कर देश-विदेश में अपनी प्रतिभा का परचम यहां के युवा लहराएंगे। मानव संसाधन को प्रशिक्षित करने के लिए सरकार काम कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अगले वर्ष से शुरू करते हुए 2020 तक राज्य के 28 लाख किसानों को निःशुल्क स्मार्टफोन दिया जाएगा, जिससे राज्य के किसान ई-नाम का लाभ प्राप्त कर सकें। 2022 तक किसानों की आय को दोगुना करने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है।
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