नयी दिल्ली। लोकसभा चुनाव के ऐन पहले दो बुरी खबरें सामने आयी हैं। भाजपा में चुनावी रणनीति के चाणक्य कहे जाने वाले राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह बीमार होकर एम्स में भरती हैं। वित्त मंत्री अरुण जेटली में कैंसर के लक्षण पाये गये हैं। वह इलाज के लिए अमेरिका जाने की तैयारी कर रहे हैं। बजट कौन पेश करेगा, इस पर संशय के बादल छा गये है। रक्षा मंत्री की भूमिका कुछ दिनों तक निभाने वाले मनोहर पर्रिकर को तो बीमारी के कारण रक्षा मंत्रालय ही छोड़ना पड़ गया था। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज भी गंभीर रूप से महीनों बीमार रहीं। अब भी वह दवा के भरोसे चल रही हैं। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी भी स्वस्थ नहीं हैं। रविशंकर प्रसाद को हाल ही में अस्पताल से छुट्टी मिली है। उन्हें फेफड़े में कोई शिकायत है। प्रधानमंत्री बनने की लालसा लिये लालकृष्ण आडवाणी और मोदी सरकार में मंत्रालय पाने के मलाल मन में पाले मुरली मनोहर जोशी बुढ़ापे के दिन गिन रहे हैं। पता नहीं, भाजपा को किसकी बुरी नजर लग गयी है।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को दिल्ली स्थित आल इंडिया इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल सांइसेज (एम्स) में दाखिल कराया गया है। उनके सीने में दर्द और सांस लेने में कठिनाई की बात सामने आयी है। अमित शाह के ट्विटर हैंडल पर इसकी जानकारी दी गई है।
बुधवार की शाम आठ बजे भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को एकाएक सीने में दर्द और सांस लेने में तकलीफ हुई। उन्हें तत्काल एम्स के लाल बिल्डिंग में दाखिल कराया गया। एम्स के डाइरेक्टर डा. रणदीप गुलेरिया की देखरेख में उनकी जांच चल रही है। सूत्रों ने बताया कि उनकी हालत फिलहाल ठीक है। हालांकि एम्स की ओर से कोई मेडिकल बुलेटिन जारी नहीं की गई है। बताया जा रहा है कि वे स्वाइन फ्लू के शिकार हो गये हैं।
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इधर पहले से ही बीमार चल रहे और काफी दिनों तक इलाज कराने वाले वित्त मंत्री अरुण जेटली फिर से बीमार हो गये हैं। बताया जा रहा है कि उन्हें कैंसर की नयी शिकायत सामने आयी है। उन्हें इलाज कराने अमेरिका जाना पड़ेगा। यह ऐसे वक्त में हो रहा है, जब सरकार अंतरिम बजट पेश करने की तैयारी में लगी है। चुनाव की घोषणा से पहले सरकार अंतरिम बजट पेश कर लोगों को कई तरह के लाभ पहुंचाने की तैयारी कर रही है।
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