बेगूसराय (नंद किशोर सिंह)। शाम्हो, अकहा, कुरहा प्रखंड की तीन पंचायतें गंगा नदी, क्यूल नदी और हरोहण नदी में आये अधिक पानी के कारण लगभग घिर चुकी हैं। बाढ़ का पानी प्रखंड मुख्यालय, शाम्हो थाना और प्रखंड अस्पताल भी बाढ़ की चपेट में आ गये हैं। प्रखंड कार्यालय के पास घुटने भर पानी लगा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार शाम्हो प्रखंड के सलहा, सैदपुर बरारी पंचायत एक के अकहा कुरहा, सोनबरसा, नया कुरहा तथा धनहा गांव में बाढ़ का पानी प्रवेश कर चुका है। पंचायत सलहा सैदपुर बरारी दो के शाम्हो अकहा, टोटहा, सरलाही, होजन टोला, सिसवन्नी और सलहा गांव में भी बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है। इसके अलावा शाम्हो प्रखंड की तीसरी पंचायत अकबरपुर बरारी के जगन सेदपुर झगराहा पुरानी डीह, शाम्हो दुनियाँ डीह, हेमनपुर, अकबरपुर, चालीस और बिजुलिया गांव में बाढ़ का पानी कहर बरपा रहा है।
बाढ़ का आलम यह है कि सूर्यगढ़ा एनएच-31 से शाम्हो प्रखंड जाने वाली मुख्य सड़क की स्थिति शाम्हो थाना से कुछ दूर पहले एक मोन ढ़ाव के निकट बाढ़ के पानी का दबाव सड़क के बगल में थोड़ा ज्यादा बना हुआ है। वहां पर कभी भी सड़क को बाढ़ का पानी तोड़ सकता है। जिसके कारण शाम्हो प्रखंड के लोगों का सड़क संपर्क सूर्यगढ़ा बाजार से कभी भी टूट सकता है। फिलहाल ठेकेदारों द्वारा बाढ़ के पानी के दबाव को रोकने के लिए शाम्हो प्रखंड के मुख्य सड़क मार्ग में बालू और मिट्टी बोरा में भरकर डाला जा रहा है।
शाम्हो प्रखंड क्षेत्र के किसानों की लहराती फसल सोयाबीन और मक्का बाढ़ के पानी में लगभग 85% डूब चुकी हैं। शाम्हो प्रखंड के टोटहा, सलहा, सैदपुर बरारी पंचायत 2 के लोग अपनी प्राइवेट नाव से बाढ़ का पानी आने के कारण सूर्यगढ़ा बाजार जा रहे हैं। पूरे प्रखंड क्षेत्र के हजारों किसानों के बीच बाढ़ के पानी के कारण हाहाकार मचा हुआ है। जिला परिषद क्षेत्र संख्या 33 प्रखंड क्षेत्र की जिला परिषद सदस्य पुष्पा देवी व उनके प्रतिनिधि मनोज कुमार ने बेगूसराय के जिलाधिकारी से मांग की है कि जहां-जहां पर प्राइवेट नाव से लोगों का आवागमन हो रहा है, वहां पर सरकारी नाव की व्यवस्था शीघ्र कराई जाए। इसके अलावा बाढ़ के पानी में फंसे लोग और उनके मवेशियों के लिए भी चारा की व्यवस्था जिला प्रशासन के लोग शीघ्र करें।