पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुजरात में बिहारियों पर हो रहे हमले को लेकर वहां के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी से बात की है। मुख्यमंत्री ने उनसे कहा है कि जिसने अपराध किया, उसे जरूर सजा दें, लेकिन बिहार-यूपी के दूसरे लोगों पर हमले को तत्काल रोकें। नीतीश कुमार के मुताबिक रूपाणी ने उन्हें आश्वासन दिया है कि सरकार उत्पातियों पर कड़ी नजर रखे हुए है। उनकी ताबड़तोड़ गिरफ्तारी भी हो रही है। अभी तक 342 लोगों को बिहार-यूपी के लोगों पर हमले के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। गुजरात में किसी बिहारी द्वारा एक मासूम से रेप के बाद गुजरातियों का गुस्सा बिहार-यूपी के लोगों के प्रति भड़का है।
बताते हैं कि लगातार हो रहे हमले से बिहार-यूपी के लोग वहां से बड़ी संख्या में पलायन कर रहे हैं। अब तक 8 हजार लोगों के पलायन की सूटनाएं आ रही हैं। 14 माह की एक गुजराती बच्ची के साथ किसी बिहारी सिरफिरे द्वारा दुष्कर्म के बाद गैर गुजरातियों के खिलाफ गुजरात में आंदोलन शुरू हो गया है। इसमें बिहार-यूपी के लोगों के साथ मार-पीट भी की जा रही है।
इस घटना पर वरिष्ठ पुलिस अधिकारी रहे ध्रुव गुप्त ने अपने फेसबुक वाल पर एक मार्मिक पोस्ट डाला है। उन्होंने लिखा है-
हम शर्मिंदा हैं !
अब गुजरात में एक बिहारी द्वारा चौदह महीने की नन्ही बच्ची से बलात्कार ! इस घटना की प्रतिक्रिया में अभी गुजरात में एक अपराधी के बदले तमाम उत्तर भारतीयों के जो साथ जैसा हिंसक सलूक हो रहा है और जिस तरह से उन्हें गुजरात से पलायन के लिए मज़बूर किया जा रहा है उसकी भर्त्सना और रोकथाम ज़रूर होनी चाहिए। गुजरात की सरकार और पुलिस इस हिंसा और पलायन को रोकने की भरसक कोशिश कर भी रही है।
इस घटना पर किसी भी तरह की राजनीति गलत है। अब वक़्त यह सोचने का है कि अपने देश के अस्सी प्रतिशत से ज्यादा बलात्कारी उत्तर भारत के कुल चार प्रदेशों – बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और हरियाणा में ही क्यों पैदा होते हैं ? छोटी बच्चियों के साथ दुष्कर्म और उनकी बर्बर हत्याओं के मामलों में तो इन प्रदेशों के लोगों ने अमानवीयता की तमाम हदें पार कर रखी हैं।
देश की राजधानी दिल्ली में घटने वाली बलात्कार की लगभग तमाम घटनाओं को इन्हीं चार प्रदेशों के लोग अंज़ाम देते हैं। इतनी पशुता कहां से आती है इन लोगों में ? अगर इन राज्यों के लोगों द्वारा बलात्कार का सिलसिला ऐसे ही चलता रहा तो वह दिन दूर नहीं जब इन्हें गुजरात से ही नहीं, देश के दूसरे राज्यों से भी खदेड़ने का सिलसिला शुरू हो जाएगा।गुजरात के हमारे भाइयों और बहनों, हमें क्षमा करना! हम बिहारी शर्मिंदा है!
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