बिहारशरीफ। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मंगलवार को अपने पैतृक गांव हरनौत के कल्याणविगहा स्थित कविराज रामलखन सिंह स्मृति वाटिका पहुंचे और पुण्यतिथि पर अपनी माता स्व. परमेश्वरी देवी के चरणों में पुष्प अर्पित किया। माल्यार्पण कर उन्होंने भावभीनी श्रद्धांजलि दी। इस दौरान मुख्यमंत्री की आंखें नम हो गईं। मुख्यमंत्री ने अपने पिता कविराज स्व. रामलखन सिंह एवं धर्मपत्नी स्व. मंजु सिन्हा की प्रतिमा पर भी माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी। नीतीश कुमार के साथ उनके बड़े भाई सतीश कुमार, पुत्र निशांत कुमार एवं निकट के परिजनों ने भी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी।
पुण्यतिथि पर पहुंचे ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार, ग्रामीण कार्य मंत्री शैलेश कुमार, सांसद रामचन्द्र प्रसाद सिंह, कौशलेन्द्र कुमार, विधायक जितेन्द्र कुमार, चन्द्रसेन प्रसाद, विधान पार्षद रणवीर नंदन, संजय कुमार उर्फ गांधी जी, आपदा प्रबंधन के सदस्य उद्कांत मिश्रा, नागरिक परिषद के पूर्व महासचिव अरविन्द कुमार उर्फ छोटू सिंह सहित अनेक सामाजिक एवं राजनीतिक कार्यकर्ताओं व गणमान्य व्यक्तियों तथा शुभचिंतकों के साथ साथ मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, सचिव मनीष कुमार वर्मा, अनूप कुमार, गोपाल सिंह, पटना व नालंदा के डीएम सहित कई अधिकारियों ने स्व. परमेश्वरी देवी, स्व. रामलखन सिंह एवं स्व. मंजू सिन्हा की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हे श्रद्धांजलि अर्पित की।
इसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कल्याणविगहा स्थित अपने पुस्तैनी गांव के देवी मंदिर में जाकर राज्य की सुख-शांति एवं समृद्धि के लिए पूजा-अर्चना की। उन्होंने स्थानीय ग्रामीणों की शिकायतें भी सुनीं।लोगों की समस्याओं को सुनने के बाद उसके निदान के लिए संबंधित अधिकारियों को निदेश दिया।
मुख्यमंत्री ने अपने सगे संबंधियों से भी भेंट कर पुरानी यादों को ताजा करते हुए उनके हाल-चाल पूछे। इस मौके पर गांव के लोगों की भारी भीड़ जमा हो गयी थी।
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