पटना। BJP दावा है, जनता NDA के साथ, 350 सीटें मिलने का अनुमान। भाजपा प्रवक्ता राजीव रंजन ने बताया कि जनता का रुख एनडीए के पक्ष है। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता सह पूर्व विधायक श्री राजीव रंजन ने कहा कि केंद्र की एनडीए सरकार द्वारा बीते पांच वर्षों में देश को बढ़ाने के लिए किए गए कामों का असर इन चुनावों में स्पष्ट तौर से दिखाई दे रहा है। भीषण गर्मी और चिलचिलाती धूप के बावजूद एनडीए की सभाओं को जिस तरह से जनता का अभूतपूर्व समर्थन मिल रहा है, उससे साफ़ संकेत मिल रहे हैं कि इस बार एनडीए गठबंधन पहले से भी ज्यादा सीटों के साथ वापसी करेगा।
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उन्होंने कहा कि लोगों की माने तो इस बार एनडीए 350 तो भाजपा अकेले 300 सीटों के आंकड़े तक निश्चित पंहुचेगी। आज पूरा देश मोदीमय नजर आ रहा है और बिहार में भी सभी क्षेत्रों में जनता एनडीए के तीनों दलों को जमकर वोट कर रही है। दरअसल विगत वर्षों में केंद्र सरकार तथा बिहार सरकार ने जो विकास की गंगा बहाई है, उससे समाज का हर वर्ग लाभान्वित हुआ है। सरकार ने सबके लिए कुछ न कुछ ऐसा किया है, जिसने लोगों के मन में विकास के प्रति ललक को और बढ़ा दिया है।
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एनडीए सरकार ने लोगों को यह भरोसा दिलाया है कि यह सरकार घोषणाएं नहीं करती, बल्कि उन्हें तय समय से पूरा करती है। एनडीए पर लोगों का विश्वास भला क्यों न होगा, जब लोगों ने स्वयं महज पांच सालों में पहली 32 करोड़ लोगों के बैंक खाते खुलते देखे। अटल जी की सरकार के बाद लोगों ने पहली बार बिना किसी भ्रष्टाचार के सरकार के पांच साल गुजरते देखे हैं। देश की सुरक्षा के प्रति भी इस सरकार का रुख लोगों के सामने हैं।
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लोगों ने पहली बार महानगरों में होने वाली आतंकी घटनाओं पर लगाम लगते देखा है तथा साथ ही पाकिस्तान में घुस कर कार्रवाई होते देखना भी जनता के लिए नया ही था। आज दुनिया में बढ़ी भारत की साख को भी लोगों ने महसूस किया है। आज चीन भी भारत की शर्तों को मानने पर मजबूर हो रहा है। देश में हुए इस बदलाव को लोगों ने समझा और सराहा है। यही वजह है कि समाज के हर जाति-धर्म के लोग खुद आगे आकर एनडीए का समर्थन कर रहे हैं।
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दूसरी तरफ जनता के रुख को पहचान महागठबंधन के खेमे में मायूसी छाई हुई है। इसका सीधा असर उसके नेताओं के अमर्यादित बयानों में दिखाई दे रहा है। आगामी 23 मई को इन्हें एक और सदमा लगने वाला है, इसलिए बेहतर होगा कि अभद्र बयानबाजी के बजाए विपक्ष आने वाले सदमे से निपटने की तैयारी कर ले।
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