सीबीआई नारदा स्टिंग केस में शुभेंदु-सौगत को भी अरेस्ट कर सकती है

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सीबीआई नारदा स्टिंग केस में आरोपी बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी समेत टीएमसी के कई सांसदों को गिरफ्तार करने का मन बना चुकी है।
सीबीआई नारदा स्टिंग केस में आरोपी बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी समेत टीएमसी के कई सांसदों को गिरफ्तार करने का मन बना चुकी है।
  • डी. कृष्ण राव

कोलकाता। सीबीआई नारदा स्टिंग केस में आरोपी बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी समेत टीएमसी के कई सांसदों को गिरफ्तार करने का मन बना चुकी है। इसके लिए लोकसभा स्पीकर से सीबीआई जल्द ही अनुमति मांगने जा रही है। सीबीआई सूत्रों से मिली खबर के मुताबिक अगले दो-तीन दिनों के अंदर ही सीबीआई लोकसभा के स्पीकर को चिट्ठी लिखकर अनुमति मांगेगी। सूत्रों से मिली खबर के मुताबिक नारदा स्टिंग मामले के आरोपी सांसद शुभेंदु अधिकारी, काकोली घोष दस्तीदार, सौगत राय, प्रसून बनर्जी, अपरूपा पोद्दार समेत सभी आरोपी सांसदों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल करने के लिए पिछले साल अगस्त में आखिरी बार चिट्ठी दी गई थी, लेकिन सीबीआई सूत्रों के मुताबिक अभी तक लोकसभा स्पीकर की ओर से अनुमति नहीं दी गई। सूत्रों का यह भी कहना है कि पिछली बार अगस्त के पहले भी दो बार लोकसभा स्पीकर को चिट्ठी लिख कर अनुमति मांगी गई थी। एक फिर सीबीआई यह पहल करने जा रही है। माना जा रहा है कि आलोचनाओं से घिरी केंद्र सरकार इस बार सीबीआई को इजाजत दे सकती है, जिससे यह संदेश जनता में जा सके कि अपराध के मामले में सभी एक समान हैं।

नारदा स्टिंग मामले में सोमवार को सीबीआई ने बंगाल के दो मंत्रियों- सुब्रत मुखर्जी और बॉबी हकीम, कोलकाता के पूर्व मेयर शोभन चटर्जी व वर्तमान विधायक मदन मित्रा को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी के बाद से ही टीएमसी की ओर से इसी मामले में आरोपी भाजपा के शुभेंदु अधिकारी और मुकुल राय पर हाथ न डालने को लेकर तीखी आलोचना हो रही थी। उन्हें भी गिरफ्तार करने की मांग हो रही थी।

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इसके अलावा सीबीआई की निष्पक्षता पर भी सवाल उठाये जाने लगे थे। मुकुल राय के बारे में सीबीआई की ओर से कहा गया कि नारदा स्टिंग ऑपरेशन में मुकुल राय को सीधा पैसा लेते नहीं देखा गया, लेकिन शुभेंदु अधिकारी के बारे में कोई जोरदार तर्क सामने नहीं आया।

राजनीतिक जानकारों का मानना है कि 4 आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद तृणमूल कांग्रेस की ओर से सोची समझी रणनीति के तहत लोगों का ध्यान घूस कांड से हटाकर इसे राजनीतिक रंग देने की कोशिश शुरू कर दी गयी। यह कहा जाने लगा कि शुभेंदु अधिकारी भाजपा के नेता हैं, इसीलिए उन्हें गिरफ्तार नहीं किया जा रहा है। इस मुद्दे को लोगों के सामने रखकर तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) राजनीतिक रोटी सेकने की कोशिश कर रही है। साथ ही सीबीआई पर दबाव बनाने की कोशिश भी उसका मकसद है। तृणमूल कांग्रेस को यह भी पता है कि अगर सीबीआई शुभेंदु अधिकारी को गिरफ्तार करेगी तो सौगत राय समेत उसके कई कद्दावर नेता भी अंदर जाएंगे। ऐसे में तृणमूल कांग्रेस के लिए आगे चलकर पार्टी को एकजुट रखना मुश्किल हो जाएगा।

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इधर नारदा स्टिंग ऑपरेशन के प्रमुख मैथ्यू सैमुअल ने भी शुभेंदु की गिरफ्तारी न होने पर सवाल उठा दिया है। सैमुअल का कहना है कि घटना के 4 साल बाद सीबीआई आरोपियों को गिरफ्तार कर रही है, यह अच्छी बात है, लेकिन एक ही अपराध होते हुए शुभेंदु अधिकारी को गिरफ्तार न करना सीबीआई की निष्पक्षता पर सवाल उठा रहा है। मैथ्यू का कहना है कि शुभेंदु अधिकारी ने खुद अपने चैंबर में बैठकर रुपये लिये थे। इस आरोप के बाद सीबीआई की ओर से अपनी निष्पक्षता साबित करना जरूरी हो गया है। इसीलिए उसने लोकसभा स्पीकर को पत्र लिखकर सभी आरोपी को गिरफ्तार करने की इजाजत मांगी है।

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