नारदा स्टिंग में CBI की अब टीएमसी सांसदों पर गिरेगी गाज, शुभेंदु बचेंगे

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RSS की सलाह पर बीजेपी ने शुभेंदु अधिकारी को दी बड़ी जिम्मेवारी सौंपी है। RSS ने पश्चिम बंगाल की कमान अब अपने हाथ में ले ली है।
RSS की सलाह पर बीजेपी ने शुभेंदु अधिकारी को दी बड़ी जिम्मेवारी सौंपी है। RSS ने पश्चिम बंगाल की कमान अब अपने हाथ में ले ली है।
  • डी. कृष्ण राव

कोलकाता। नारदा स्टिंग केस में CBI अब टीएमसी सांसदों को गिरफ्त में लेने की तैयारी में जुटी है। खास बात यह कि फिलहाल शुभेंदु अधिकारी CBI  के शिकंजे से बच जाएंगे। शुभेंदु अधिकारी बंगाल विधानसभा में बीजेपी विधायक दल के नेता हैं। शुभेंदु अधिकारी के फिलहाल बचे रहने की उम्मीद इसलिए है कि जब नारदा स्टिंग का मामला सामने आया था, उस वक्त वह सांसद थे। अभी वे बंगाल विधानसभा के अध्यक्ष हैं।

CBI टीएमसी सांसदों को भी गिरफ्तार करने का मन बना चुकी है। इसके लिए लोकसभा स्पीकर से सीबीआई ने अनुमति मांगी है। सूत्रों के मुताबिक CBI ने आज ही लोकसभा स्पीकर को फिर से सांसदों की गिरफ्तारी के लिए अनुरोध पत्र भेजा है। इनमें टीएमसी सांसदों के नाम तो हैं, पर शुभेंदु अधिकारी का नाम नहीं है।

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CBI सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक नारदा स्टिंग मामले के आरोपी सांसद शुभेंदु अधिकारी, काकोली घोष दस्तीदार, सौगत राय, प्रसून बनर्जी, अपरूपा पोद्दार का नाम आया था। ये सभी तब लोकसभा के सदस्य थे। बाद में शुभेंदु ने बीजेपी ज्वाइन कर ली और विधानसभा का चुनाव लड़ कर बीजेपी के विधायक बन गये। उन्हें विधानसभा में अभी नेता प्रतिपक्ष का दर्जा प्राप्त है।

CBI ने सभी आरोपी सांसदों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल करने के लिए पिछले साल अगस्त में आखिरी बार चिट्ठी लिखी थी। अभी तक लोकसभा स्पीकर की ओर से अनुमति नहीं मिल पायी है। सूत्रों का यह भी कहना है कि पिछली बार अगस्त के पहले भी दो बार लोकसभा स्पीकर को चिट्ठी लिख कर अनुमति मांगी गई थी। आज फिर सीबीआई ने स्पीकर को आनलाइन चिट्ठी भेज कर आरोपित सांसदों की गिरफ्तारी की अनुमति मांगी है।

माना जा रहा है कि ममता बनर्जी कैबिनेट के दो मंत्रियों, एक विधायक और एक पूर्व मेयर की इस मामले में गिरफ्तारी के बाद आलोचनाओं से घिरी CBI अपने को बेदाग-बेबाक साबित करना चाहती है। जिससे यह संदेश जनता में जा सके कि अपराध के मामले में सभी के लिए उसका नजरिया एक समान है। तकनीकी वजहों से पहले विधायक-मंत्रियों और पूर्व मेयर को गिरफ्तार किया गया। लोकसभा स्पीकर की अनुमति मिलते ही वह दूसरे आरोपितों की गिरफ्तारी की कार्रवाई करेगी।

नारदा स्टिंग मामले में सोमवार को सीबीआई ने बंगाल के दो मंत्रियों- सुब्रत मुखर्जी और बॉबी हकीम के साथ कोलकाता के पूर्व मेयर शोभन चटर्जी व वर्तमान विधायक मदन मित्रा को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी के बाद से ही टीएमसी की ओर से इसी मामले में आरोपी भाजपा के शुभेंदु अधिकारी और मुकुल राय पर हाथ न डालने को लेकर CBI की तीखी आलोचना हो रही थी। इसके अलावा सीबीआई की निष्पक्षता पर भी सवाल उठाये जाने लगे थे। मुकुल राय के बारे में सीबीआई की ओर से कहा गया कि नारदा स्टिंग ऑपरेशन में मुकुल राय को सीधा पैसा लेते नहीं देखा गया, लेकिन शुभेंदु अधिकारी के बारे में कोई जोरदार तर्क अब तक सामने नहीं आया है।

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