पटना। प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी की प्रतिबद्धता से ऊर्जा क्षेत्र में देश लगातार आगे बढ़ रहा है। केंद्र सरकार की योजना है कि हर घर में 24 घंटे बिजली उपलब्ध हो। भाजपा प्रदेश प्रवक्ता सह पूर्व विधायक श्री राजीव रंजन ने कहा कि याद करें तो प्रधानमन्त्री जी ने जब देश की कमान अपने हाथ में ली, तब देश के 18 हजार से अधिक गांव अंधेरे में डूबे थे।
उन्होंने कहा कि कांग्रेसी सरकार के लिए पूरी तरह महत्वहीन रहे इस विषय की गंभीरता को मोदी सरकार ने समझा और जल्द से जल्द इन गांवों में बिजली पंहुचाने का संकल्प लिया। सरकार की प्रतिबद्धता से इसे तय समय सीमा से पहले ही पूरा कर लिया गया। इसके बाद सरकार ने बिजली से वंचित घरों को यह सुविधा देने के लिए ‘सौभाग्य’ योजना की शुरुआत की, जिसके तहत अब तक कुल 16 राज्यों में 100 प्रतिशत घरों का विद्युतीकरण हो चुका है। इनमें बिहार भी शामिल है। अभी तक इस योजना के तहत 2.35 करोड़ से अधिक घरों तक बिजली की सेवा पंहुच चुकी है। इसके अलावा केंद्र सरकार अब सभी के लिए 24 घंटे बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने दिशा में तेजी से कार्यरत है। इसके लिए सभी राज्यों से लगातार बातचीत की जा रही है।
उन्होंने कहा कि इस लक्ष्य को पाने के लिए सरकार बिजली उत्पादन बढ़ाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। इसके काफी सकारात्मक परिणाम भी आ रहे हैं। ज्ञातव्य हो कि अप्रैल 2014 से अक्टूबर 2018 तक 1,07,000 मेगावॉट बिजली उत्पादन की क्षमता बढ़ी है। राष्ट्रीय स्तर पर उत्पादन क्षमता 3,46,048 मेगावाट हो गई है, जो मार्च 2014 तक 2,48,554 मेगावॉट थी।
इसके अलावा सरकार बिजली बचाने के इंतजाम पर भी ज़ोर दे रही है। प्रधानमन्त्री जी ने खुद कई बार ज्यादा बिजली खपत करने वाले बल्बों की बजाय एलईडी बल्ब इस्तेमाल करने की लोगो से अपील की है। इसके अलावा लोगों को किफायती एलई़डी बल्ब उपलब्ध कराने के लिए ‘उजाला’ योजना की शुरुआत की गयी, जिसके तहत अभी तक 68 करोड़ से अधिक एलईडी बल्ब वितरित किए जा चुके हैं। परिणामस्वरूप, देश को प्रति वर्ष 16,457 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत तथा 41.14 बिलियन किलोवाट की अनुमानित ऊर्जा की बचत हुई है।