बिहार में सरकारी सेवा से जुड़ी शिकायतों का निपटारा 60 दिन में

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सरकारी सेवक शिकायत निवारण नियमावली के क्रियान्वयन का शुभारंभ

पटना। बिहार में सरकारी सेवा से जुड़ी शिकायतों का निपटारा 60 दिन के अंदर किया जाएगा। शिकायतें ऑनलाइन दायर की जा सकेंगी। सीएम नीतीश कुमार ने इसका शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर सेवा समाधान वेब पोर्टल को लांच किया। साथ ही उन्होंने एक मार्गदर्शिका का भी विमोचन किया।

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मुख्यमंत्री के समक्ष बिहार प्रशासनिक सुधार मिशन सोसायटी की अपर मिशन निदेशक प्रतिमा एस. वर्मा ने इस नियमावली के संबंध में एक प्रस्तुतीकरण दिया। इसमें बताया गया कि इसके माध्यम से सेवारत कर्मियों की ज्वाइनिंग से उनके रिटायरमेंट तक के मामलों की शिकायतों का निवारण किया जायेगा। इसके साथ ही सेवानिवृत्त कर्मियों के सेवांत लाभों की स्वीकृति तथा भुगतान से संबंधित शिकायतों के त्वरित, पारदर्शी एवं प्रभावी निवारण की यह एक बेहतर प्रणाली है। इसमें सेवा से जुड़ी शिकायतों का निपटारा 60 दिन की अधिकतम अवधि के अंदर किया जाएगा। शिकायतें ऑनलाइन दायर की जा सकेंगी। सेवा निवारण अधिकारी के निर्णय से असंतुष्ट होने पर अपील भी दायर हो सकती है।

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मुख्यमंत्री ने कहा कि यह एक बेहतर प्रणाली है। इससे सरकारी सेवकों की सेवा संबंधी शिकायतों का निष्पादन हो सकेगा। सेवानिवृत कर्मियों को सेवांत लाभ से जुड़ी शिकायतों का भी समाधान हो सकेगा और उनकी परेशानी खत्म होंगी। बैठक में उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, मुख्यमंत्री के परामर्शी अंजनी कुमार सिंह, मुख्य सचिव दीपक कुमार, विकास आयुक्त सुभाष शर्मा, अपर मुख्य सचिव गृह सह बिहार प्रशासनिक सुधार मिशन सोसायटी के मिशन निदेशक आमिर सुबहानी, मुख्यमंत्री के सचिव मनीष कुमार वर्मा, बिहार प्रशासनिक सुधार मिशन सोसायटी की अपर मिशन निदेशक प्रतिमा एस. वर्मा, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, मुख्यमंत्री सचिवालय के अपर सचिव चंद्रशेखर सिंह, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

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मुख्यमंत्री के समक्ष पर्यटन विभाग की योजनाओं का प्रस्तुतीकरणः मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के समक्ष पर्यटन विभाग की विभिन्न योजनाओं का प्रस्तुतीकरण पर्यटन विभाग के प्रधान सचिव मनु भाई परमार ने दिया। डेवलपमेंट ऑफ ककोलत वाटर फॉल के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी गयी, जिसमें साफ-सफाई, वाटर फॉल के नीचे के एरिया में कुछ निर्माण कार्य संबंधी बिंदुओं पर भी चर्चा की गयी। बैठक में राजगीर के सौंदर्यीकरण एवं उसे विकसित करने के संबंध में भी एक प्रस्तुतीकरण दिया गया। राजगीर में पुराने रोप-वे के समानांतर बनाए जाने वाले नए रोप-वे के बारे में भी जानकारी दी गयी।

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बैठक के क्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि ककोलत में वन एवं पर्यावरण विभाग के अधिकारी, पर्यटन विभाग के अधिकारी एवं इंजीनियर जाकर साइट विजिट करें इससे आंकलन में सुविधा होगी, जिसके आधार पर ककोलत वाटर फाल को बेहतर ढंग से विकसित किया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि राजगीर ऐतिहासिक स्थल है। गृद्धकूट पर्वत पर भगवान बुद्ध सात वर्ष तक रहकर उपदेश दिए थे, वहां विश्व शांति स्तूप है, अशोकन पीलर भी है। बड़ी संख्या में पर्यटक यहाॅ आते हैं। यहां प्रकृति के अनुरुप ही निर्माण कार्य करना उचित होगा। पहाड़ के नीचे वाले हिस्से में सुविधाओं के दृष्टिकोण से आंकलन कर निर्माण कार्य करना होगा।

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मुख्यमंत्री के समक्ष नगर विकास एवं आवास विभाग का प्रस्तुतीकरणः मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के समक्ष नगर एवं विकास विभाग के प्रधान सचिव चैतन्य प्रसाद ने प्रस्तुतीकरण दिया। प्रस्तुतीकरण के दौरान गांधी मैदान के सौंदर्यीकरण, अगल-बगल के भवनों पर बेहतर लाइटिंग कर उन्हें आकर्षक बनाने के संबंध में चर्चा की गई। ब्रॉड इंटरवेंशन एवं अमेंडमेंट्स प्रपोज्ड इन बिहार बिल्डिंग बायलॉज-2014 के विभिन्न बिंदुओं पर जानकारी दी गई। रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम के अंतर्गत वाटर कैप्चरिंग, रिचार्ज ग्राउण्ड वाटर के बारे में भी विस्तार से बताया गया। कंजर्वेशन ऑफ हेरिटेज साइट, ऑनलाइन विंडोज सिस्टम, सेंट्रलाइज रजिस्ट्रेशन आदि बिंदुओं पर भी चर्चा हुई। मुख्यमंत्री ने शहरों के अंदर की सड़कों के मेंटेनेंस की स्थिति के बारे में भी जानकारी ली। उन्होंने कहा कि इन सड़कों के मेंटेनेंस के लिए विभाग को काम करना होगा।

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