भाजपा प्रवक्ता राजीव रंजन ने कांग्रेस पर आरोप मढ़ा, टेतावनी दी- पिछड़े बरदाश्त नहीं करेंगे
पटना। कांग्रेस को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अपमान कर रही है, इसलिए कि वह पिछड़ी जाति से आते हैं। यह आरोप लगाया है प्रदेश भाजपा प्रवक्ता सह पूर्व विधायक श्री राजीव रंजन ने। उन्होंने कहा कि देश को गाँधी परिवार की जागीर समझने वाली कांग्रेस अपने कर्मो से रसातल में जा रही है, लेकिन फिर भी इनके नेताओं का अहंकार कम होने का नाम नही ले रहा। अब तो ये और निचले स्तर की राजनीति पर उतर चुके हैं। कांग्रेस के दिग्गज नेता सीपी जोशी ने अभी हाल ही प्रधानमन्त्री जी की जाति पर अशोभनीय टिप्पणी कर इसे साबित भी किया है।
उन्होंने कहा कि राहुल गाँधी के इशारे पर आज इनके नेताओं में प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी और हिन्दू समाज के खिलाफ बदजुबानी करने की होड़ सी लगी हुई है। ऐसा कोई दिन नहीं बीत रहा है, जब प्रधानमन्त्री जी के बारे में अपशब्द बोलते हुए इनके नेता नही दिखते। यह ओछी राजनीति की पराकाष्ठा ही मानी जायेगी। स्पष्ट जनादेश से प्रधानमन्त्री बने किसी व्यक्ति के खिलाफ सिर्फ अपनी सस्ती राजनीति चमकाने के लिए कोई ऐसे शब्दों का प्रयोग करे तो इसे ओछी राजनीति ही तो कहा जायेगा।
उन्होंने कहा कि हकीकत में कांग्रेस पार्टी को यह पच ही नही रहा है कि कैसे पिछड़ी जाति और गरीब परिवार से आने वाला कोई व्यक्ति प्रधानमन्त्री बन गया है। उनके दिग्गज नेता सीपी जोशी ने अभी हाल ही प्रधानमन्त्री जी की जाति पर अशोभनीय टिप्पणी कर इसे साबित भी किया है। उनका यह बयान न केवल 130 करोड़ भारतीयों का, बल्कि देश के पिछड़े-अतिपिछड़े समाज का भी अपमान है। कांग्रेस के नेता यह जान लें कि सीपी जोशी के बयान से आज पिछड़ा अतिपिछड़ा समाज अपमानित महसूस कर रहा है और आने वाले चुनाव में कांग्रेस से इसका बदला जरुर लेगा।
यह भी पढ़ेंः नीतीश ने पूछा- खर्च इतना, फिर भी सड़कें खराब क्यों हैं
श्री रंजन ने कहा कि कांग्रेस के कारण दशकों से शोषित पिछड़ा-अतिपिछड़ा समाज की एकजुटता के लिए आज हम राज्यव्यापी अभियान चला रहे हैं, जिसके तहत हमारे कार्यकर्ता आज राज्य के कोने-कोने में इस समाज के लोगों के घरों तक जाकर उन्हें हमारे उद्देश्यों के बारे में बता रहे हैं। उनके अनुसार प्रधानमन्त्री जी की जाति पर कांग्रेस द्वारा किए गए अपशब्दों के प्रयोग पर पिछड़े समाज के लोग काफी गुस्से में हैं। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी से हमारी मांग है कि अपने नेताओं द्वारा प्रधानमन्त्री जी के लगातार किए जा रहे अपमान पर तुरंत रोक लगाएं और हमारे समाज से लिखित में माफ़ी मांगें।
यह भी पढ़ेंः बिहार में सुनवाई के लिए अब कोर्ट नहीं जाना पड़ेगा बंदियों को