कांग्रेस को भाजपा के संकल्प पत्र से सीखने की जरूरत है : राजीव रंजन 

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बिहार भाजपा के उपाध्यक्ष व पूर्व विधायक राजीव रंजन
बिहार भाजपा के उपाध्यक्ष व पूर्व विधायक राजीव रंजन

पटना। कांग्रेस को भाजपा के संकल्प पत्र से सीखने की जरूरत है। भाजपा के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा सर्वोपरि है। यह बात भाजपा के संकल्प पत्र में साफ दिखती है। भाजपा प्रवक्ता सह पूर्व विधायक श्री राजीव रंजन ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा पर भारतीय जनता पार्टी कड़ा रुख जगजाहिर है।

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अपने संकल्प पत्र में भी  भाजपा ने यह साफ कहा है कि वह आतंकवाद और उग्रवाद पर ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति का अनुसरण करती रहेगी और सुरक्षा बलों को ‘फ्री हैंड’ वाली पॉलिसी पर भी कायम रहेगी। पार्टी ने केंद्रीय सुरक्षा बलों के आधुनिकीकरण और उपकरण खरीद पर ‘मेक इन इंडिया’ के तहत आत्मनिर्भर होने की बात भी कही है।

वहीँ दूसरी तरफ कांग्रेस को देखें तो उसने सरकार बनने पर आफ्सपा कानून में संशोधन कर कश्मीर से सेना घटाने और भारतीय दंड संहिता की धारा 124 A को खत्म करने का वादा किया है। जाहिर है कि इससे सीधे-सीधे देशद्रोहियों और आतंकियों को बढ़ावा मिलेगा। दोनों दलों के अपने-अपने वादे राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति उनकी सोच को दर्शाते हैं।

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भाजपा ने जहां अपने संकल्प पत्र में केंद्रीय बलों के साथ पुलिस के आधुनिकीकरण के लिए, पूर्वोत्तर में घुसपैठ रोकने के लिए और वामपंथी उग्रवाद पर रोक लगाने के लिए उठाए गए कदमों को और तेज करने का संकल्प लिया है, वहीँ कांग्रेस ने देशद्रोह को अपराध की श्रेणी से हटाने और हर तरह के अपराध में जमानत देने का वादा किया है। इसका सीधा फायदा समाजसेवा की आड़ में देश-विरोधी कार्यों में लिप्त शहरी नक्सलियों को मिलेगा।

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अब राष्ट्रीय सुरक्षा के अंतर्गत कही गई सबसे प्रमुख बात पर आते हैं। जम्मू-कश्मीर में भाजपा ने जहां आर्टिकल 35A  और धारा 370 हटाने की बात कही है, वहीं कांग्रेस ने इसे नहीं हटाने का एलान किया है। कांग्रेस पर तंज कसते हुए भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि शहरी नक्सलियों और अलगाववादियों से कांग्रेस की दोस्ती कोई नयी नहीं है।

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याद करें तो खुद राहुल गाँधी देश के टुकड़े-टुकड़े करने का नारा लगाने वालों के साथ उनके समर्थन में मंच साझा कर चुके हैं। वहीं उनके चहेते एक नेता पुलवामा हमले के बाद भी लगातार पाकिस्तान के समर्थन में बयानबाजी करते रहे हैं। इसके अलावा इनके राज में अलगाववादियों को मिलने वाली सुख-सुविधाएं लोगों के जेहन में अब भी ताजा हैं। इनके घोषणापत्र को एक नजर देखें तो ऐसा प्रतीत होता कि मोदी राज में पड़ी चौतरफा मार से बौखलाए अपने इन्ही मित्रों को सांत्वना देने के लिए कांग्रेस ने ये वादे किए हैं। कांग्रेस यह जान ले कि उसकी यह चाल जनता समझ चुकी है और इस चुनाव में उनकी इस साजिश का मुंहतोड़ जवाब देगी।

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