रघुवर दास का संकल्प- हर गरीब तक विकास की गंगा पहुंचाएंगे
- सीएम दुमका के ढाका गांव में जनचौपाल में शामिल हुए
- ग्रामीण LED स्ट्रीट लाइट योजना का शुभारंभ किया
- सीएम ने दुमका में शहीद SSB के जवान को श्रद्धांजलि दी
- दुमका में 151 करोड़ की योजनाओं का उद्घाटन-शिलान्यास
- दुमका में 20 हजार LED स्ट्रीट लाइट गांवों में लगाये जायेंगे
दुमका/ शिकारीपाड़ा। दुमका को मुख्यमंत्री रघुवर दास ने 151 करोड़ की योजनाओं का तोहफा दिया। इनका उद्घाटन-शिलान्यास किया। उन्होंने कहा- हमारा एक ही उद्देश्य है गांव का विकास करना। जब तक गांव विकसित नहीं होगा, झारखंड विकसित नहीं होगा। यही वजह है कि आज दुमका में 151 करोड़ की विभिन्न योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास हुआ। सभी समस्याओं का निदान होगा, लेकिन इसमें थोड़ा समय की जरूरत है।
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उन्होंने कहा कि पूर्व की स्थिति से संथाल परगना में बदलाव आया है। हर गरीब तक विकास की गंगा पहुंचे, यह हमारा संकल्प है। लोगों को साथ लेकर चलना है और विकास करना है। हम समस्याओं के निदान में जुटे हैं। यह सब आप के प्रयास से हो रहा है, क्योंकि आपने एक स्थिर और मजबूत सरकार दी है। उसका परिणाम है यह विकास। ये बातें मुख्यमंत्री श्री रघुवर दास ने रविवार को दुमका के शिकारीपाड़ा स्थित ढाका गांव में आयोजित जन चौपाल सह ग्रामीण एलईडी स्ट्रीट लाइट योजना के शुभारंभ के अवसर पर कहीं।
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जन चौपाल के दौरान मुख्यमंत्री के समक्ष ढाका गांव के लोगों ने बिजली की समस्या को रखा। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि आजादी के बाद से राज्यके 38 घर तक ही बिजली पहुंची थी। 2014 के बाद वर्तमान सरकार ने बचे हुए 30 लाख घरों तक बिजली पहुंचाई है, जिस अनुरूप राज्य में 138 ग्रिड होने चाहिए थे। उसके बनिस्पत मात्र 38 ग्रिड का ही निर्माण हुआ था। वर्तमान सरकार 117 ग्रिड और 217 सब स्टेशन का निर्माण कर रही है। ढाका गांव में भी सब स्टेशन बन रहा है, जो एक माह में पूर्ण होगा। यह सब स्टेशन आपके क्षेत्र की बिजली की समस्या का निदान करेगा। पूर्व में भी यह कार्य हो सकते थे, लेकिन विकास के कार्य को नगण्य रखा गया।
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मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार का लक्ष्य किसानों की आय दोगुनी करने हेतु प्रधानमंत्री कृषि सम्मान निधि योजना एवं मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना का लाभ किसानों को दिया जा रहा है। प्रधानमंत्री कृषि सम्मान निधि योजना के तहत सभी किसानों को वार्षिक 6000 रुपये और मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना के साथ राज्य के सभी किसानों को प्रति एकड़ 5 हजार रुपए देने का प्रावधान है। जून माह से यह राशि किसानों के खाते में चली जाएगी, ताकि किसान बरसात से पूर्व कृषि कार्य हेतु आवश्यक संसाधन जुटा सकें। 20 से 25 जून के बीच राज्य भर में शिविर लगाकर किसानों को इस योजना का लाभ दिया जाएगा।
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मुख्यमंत्री ने संथाल समाज से अनुरोध किया कि संथाल समाज जगे और अपने अधिकार के प्रति सचेत हो। सरकार उनके साथ है। सरकार द्वारा संथाल की मातृभाषा संथाली की लिपि ओलचिकि में संथाल के नौनिहालों को शिक्षा प्रदान करने की व्यवस्था की जा रही है। इस कार्य हेतु शिक्षकों की बहाली भी जल्द होगी। नियमित बहाली से पूर्व जिले के उपायुक्त को यह स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि वह संविदा के आधार पर शिक्षकों की नियुक्त करें। संथाल की संस्कृति को अक्षुण्ण रखने के लिए संथाल की सबसे बड़े धर्म संसद लुगुबुरु को राजकीय महोत्सव का दर्जा दिया गया। अब संथाल की भाषा में रेलवे स्टेशन में उद्घोषणा की व्यवस्था हुई है।
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जन चौपाल के दौरान ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री को बताया कि उन्हें आयुष्मान भारत योजना का लाभ नहीं मिल रहा है। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि कि 32 लाख परिवार तक गोल्डन कार्ड पहुंच चुका है। जून माह में हर पंचायत में शिविर लगाकर गोल्डन कार्ड से आप सभी को आच्छादित किया जाएगा। शिविर में ग्रामीण सिर्फ अपना राशन कार्ड लेकर आएंगे और इस योजना का लाभ लेंगे।
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उन्होंने बताया कि राज्य की बेटियों को शिक्षा प्रदान करने के उद्देश से मुख्यमंत्री सुकन्या योजना प्रारंभ की गई है, जिसके तहत सरकार बच्ची के जन्म से लेकर उसके विवाह तक 70000 रुपये खर्च करेंगी। सीएसआर के तहत जल्द दुमका में एक सेंटर खुलेगा, जहां संथाल परगना की बच्चियों को सिलाई-कढ़ाई का प्रशिक्षण दिया जाएगा, ताकि वे स्वावलंबन की ओर अग्रसर हो सकें।
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मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य के 12 संसदीय क्षेत्रों में सांसद सहायता केंद्र का शुभारंभ जल्द होगा। जहां क्षेत्र की जनता अपनी शिकायत दर्ज कराएगी और उस क्षेत्र के सांसद उन समस्याओं का निदान करेंगे। यह सुविधा संसदीय क्षेत्र के सभी विधानसभा क्षेत्रों में प्रारंभ होनी है। वर्तमान सरकार जनता से सीधे जुड़ाव स्थापित कर उनकी समस्याओं के समाधान को प्राथमिकता देगी।
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मुख्यमंत्री ने कहा कि आज दुमका में हुए नक्सली हमले में एक जवान शहीद हुआ है। मैं उस शहीद जवान को नमन करते हुए अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। घायलों का समुचित इलाज सुनिश्चित हो रहा है। 2014 से पूर्व राज्य में उग्रवाद बड़ी समस्या थी। विकास को गति नहीं मिल पाई थी। अशांति के कारण विकास आप सभी तक नहीं पहुंच सका था। लेकिन अब उग्रवाद अंतिम सांसें गिन रहा है। आने वाले समय में उग्रवाद मुक्त झारखंड बनाना वर्तमान सरकार का लक्ष्य है। मैं उन भटके हुए लोगों से कहना चाहूंगा कि लोकतंत्र को चुनौती देने वालों से सरकार डटकर मुकाबला करेगी। बंदूक से व्यवस्था नहीं बदलेगी। व्यवस्था मुख्यधारा में आकर बदलेगी। सरकार का अनुरोध है आप आत्मसमर्पण नीति के तहत आत्मसमर्पण करें और मुख्यधारा से जुड़े राज्य की जनता शांति की पक्षघर है।
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