कोलकाता। चुनाव आयोग ने कूचबिहार में हुई हिंसा के बाद उसकी भौगोलिक सीमा में राजनीतिक दलों के प्रवेश पर 72 घंटे की रोक लगा दी है। राज्य विधानसभा चुनाव के चौथे चरण में आज कूचबिहार जिले के शीतलकुची में केंद्रीय बल की फायरिंग में 5 लोगों की मृत्यु के बाद अगले 72 घंटा के लिए कूचबिहार की भौगोलिक सीमा के अंदर किसी भी राजनीतिक दल के नेताओं के प्रवेश पर पाबंदी लगा दी गयी है। ममता बनर्जी कल विशेष विमान से वहां जाने वाली थीं। उनका प्लान पीडित परिवार के लोगों से मिलने का था।
इसके अलावा 17 अप्रैल को राज्य में होने जा रहे पांचवें चरण के लिए चुनाव प्रचार 48 घंटे के बजाय 72 घंटा पहले खत्म करने का आदेश चुनाव आयोग ने दिया है। चुनाव आयोग की इस घोषणा के बाद बंगाल की राजनीति में भूचाल आ गया है। इसलिए कि कल ममता बनर्जी कूचबिहार जाकर मृतकों के परिजनों से मिलने वाली थीं। इधर इस आदेश के बाद तृणमूल नेता सौगत राय ने कहा है कि ममता बनर्जी को रोकने के लिए ही चुनाव आयोग ने यह आदेश जारी किया है।
इधर आज हुए चौथे चरण की 44 सीटों पर हुए मतदान में शाम 6 बजे तक 76.16 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। कूचबहार में 79.53 प्रतिशत, अलीपुरद्वार में 73.84 प्रतिशत, दक्षिण 2 परगना में 75.299 प्रतिशत, हावड़ा में 75.35 प्रतिशत और हुगली में 75.99 प्रतिशत वोट पड़े।
वोटिंग के बीच पीएम नरेंद्र मोदी ने की रैली की। उन्होंने कूचबिहार की हिंसा पर कहा कि घटना काफी दुखद है। दोषियों के लिए कड़ी सजा की उन्होंने मांग की। उन्होंने कहा कि दीदी का गुस्सा सातवें आसमान पर है, पर TMC और उसके गुंडों के मंसूबे कामयाब नहीं होंगे।
कूचबिहार हिंसा TMC ने कहा है कि यह BJP की साजिश है। ममता ने अमित शाह का इस्तीफा मांगा है। दूसरी ओर भाजपा ने कहा कि तृणमूल ने ही उत्तेजना पैदा की। शीतलकूची घटना पर कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने तहा कि दो दानवी शक्तियों ने चुनाव को खिलवाड़ बना दिया। कूचबिहार की हिंसा पर चुनाव को जो रिपोर्ट भेजी गयी है, उसमें कहा गया है कि जवानों ने आत्मरक्षार्थ गोली चलाई। उत्तेजित भीड़ जवानों के हथियार छीनने पर मादा थी। इधर बेहला पूर्व की भाजपा प्रार्थी पायल सरकार की गाड़ी पर पत्थर फेंका गया, जिससे शीशा चकनाचूर हो गया।