- डी. कृष्ण राव
कोलकाता। आगामी लोकसभा चुनाव में अब तकरीबन 6 महीने बाकी हैं, लेकिन अभी से पश्चिम बंगाल में राजनीतिक गतिविधियां तेज हो गयी हैं। भाजपा के केन्द्रीय नेतृत्व के निर्देश पर राज्य के नेताओं ने राज्य में विभिन्न क्षेत्रों में कई दिग्गजों को चुनाव मैदान में उतारने की तैयारी शुरू कर दी है। इसीलिए दुर्गा पूजा में लाख व्यस्तता के बावजूद समय निकाल कर राज्य भाजपा के केन्द्रीय नेता जय बनर्जी क्रिकेट कप्तान सौरभ गांगुली से मिलने उनके आवास पहुंचे और काफी देर तक उनसे बातचीत की। इसे सामान्य शिष्चार कहें या राजनीतिक पैंतरेबाजी, लेकिन अटकलों का बाजार गर्म हो गया है। तभी से अटकलें तेज हो गयी हैं कि सौरभ 2019 के लोकसभा चुनाव में उम्मीदवार होंगे। हालांकि सौरभ की ओर से अभी तक हां या ना में कोई जवाब नहीं आया है।
हालांकि इस प्रश्न का कोई जवाब अभी तक सौरभ की ओर से नहीं मिला है, लेकिन लोगों में काफी उत्साह है। इस मुलाकात में सौरभ के अलावा उनके भाई स्नेहाशीष व उनकी पत्नी भी मौजूद थे। मिली सूचना के मुताबिक यह बातचीत दो घंटे तक चली, लेकिन सौरभ असल में राजी हुए या नहीं या फिर यह मुलाकात महज सौजन्यमूलक थी या उनको उम्मीदवार बनाने को लेकर, इस विषय पर दोनों पक्षों की ओर से अभी तक कुछ पता नहीं चला है। 2014 में भी यह बात चर्चा में थी कि सौरभ भाजपा की ओर से चुनाव मैदान में उतर सकते हैं, लेकिन सौरभ ने खुद मना कर दिया था। इस बार सौरभ की ओर से कोई जवाब नहीं मिला है।
वैसे जय बनर्जी ने साफ़-साफ़ कह दिया कि वे तो कोशिश जारी रखेंगें। इधर सौरभ इन दिनों सीएबी व बंगाल क्रिकेट को लेकर खूब ब्यस्त हैं। कई टेलिविजन शो को भी होस्ट कर रहे हैं। सौरभ ने यह भी कहा है कि वह नरेन्द्र मोदी के एक बड़े भक्त हैं। सौरभ के अलवा कई फ़िल्म अभिनेताओं व अभिनेत्रियों से भी भाजपा के प्रदेश नेताओं की बातचीत जारी है।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इस काम में भाजपा के अध्यक्ष दिलीप घोष के अलावा कई केन्द्रीय नेता भी काम में लग गएं हैं। पहले चरण की बातचीत में सफ़ल होने पर अमित शाह से बातचीत करायी जा सकती है। मिली खबर के मुताबिक पहले उम्मीदवार बनाने के लिए कोशिश की जाएगी। बाद में प्रचार के लिए भी एक टीम बनाने की कोशिश चल रही है।
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