कोडरमा जाने वाले थे गुंजन खेमका, मौत खींच ले गई हाजीपुर

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पुलिस जांच में जुटी, भूमि विवाद में हत्या की आशंका, 6 माह से मिल रही थी धमकी

पटना। बिजनेसमैन गुंजन खेमका की मौत उन्हें हाजीपुर खींच ले गयी। वह कोडरमा जाने वाले थे। गुरुवार को निकलना था। ट्रेन में उन्होंने रिजर्वेशन भी कन्फर्म करा लिया था। किसी वजह से उन्होंने योजना बदल दी। शुक्रवार को वह सुबह हाजीपुर गए। वहां उनकी फैक्ट्री के सामने खड़े अपराधी ने गोली मार कर उनकी हत्या कर दी। बताया जाता है कि 14 बीघा जमीन का कोई विवाद था, जो उनकी मौत की वजह बना। पुलिस कई कोण से मामले की तहकीकात कर रही है। पुलिस को उनके करीबियों पर भी शक है। उन्हें पिछले 6 महीने से कोई धमकी दे रहा था।

उद्योगपति गुंजन खेमका को पिछले 6 महीने से लगातार धमकी मिल रही थी। धमकी देने वाला व्यक्ति दिन में कई बार कॉल करता था। कॉल करने वाला व्यक्ति हर बार अपना नंबर बदल देता था। इस वजहल से गुंजन कभी-कभी अपना मोबाइल स्विच आफ भी कर देते थे। धमकी देने वाला आदमी ऐसी स्थिति में उनकी पत्नी के मोबाइल पर फोन करता था। इससे गुंजन काफी परेशान थे।

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धमकी देने वाला व्यक्ति बातचीत करते गाली-गलौज करने लगता था। मोबाइल पर धमकी मिलने का जिक्र उन्होंने अपने परिवार के सदस्यों से भी किया था। लोगों की सलाह के बाद उन्होंने गांधी मैदान थाने में सनहा दर्ज कराया था। उन्होंने अपनी सुरक्षा की मांग को लेकर एडीडी लॉ एंड  आर्डर आलोक राज से मुलाकात की थी और सुरक्षा के लिए गॉर्ड की मांगा था। प्रशासन ने उनको गॉर्ड देने की स्वीकृति दे दी थी। परिजनों के मुताबिक दो से तीन दिनों में उन्हें सुरक्षाकर्मी उपलब्ध करवाने का आश्वासन मिला था।

जानकारी के मुताबिक गुंजन खेमका की हत्या के पीछे 14 बीघा जमीन है। हाजीपुर व सोनपुर के पास हाईवे के किनारे वह जमीन काफी महंगी है। इसे लेकर जमीन माफिया के साथ के साथ उनकी तकरार हो चुकी थी। जमीन पर काबिज होने और परेशानियों को दूर करने के लिए गुंजन हाजीपुर व सोनपुर के स्थानीय दंबगों की सहायता ले रहे थे। इस वजह से और लोग भी उनके दुश्मन बन गए थे। 2015 में उन पर राजेंद्र नगर स्थित उनके हॉस्पिटल मेडिकल हार्ट इंस्टीट्यूट के सामने हमला हुआ था, जिसमें वे बाल-बाल बच गए थे।

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लगभग 8 साल पहले उनकी शादी हुई थी। उनके दो बच्चे हैं। गांधी मैदान के सामने होटल पनास के पास खेमका टॉवर की छठीं मंजिल पर वह अपने पिता-माता, पत्नी और दो बच्चों के साथ रहते थे। परिवार के दूसरे सदस्य गोविंद मित्रा रोड पर बने आवास में रहते हैं। खेमका बिल्डिंग के ग्राउंड फ्लोर पॉर्किंग, फ़र्स्ट फ्लोर पर एसबीआई का ब्रांच और सेकेंड फ्लोर पर एचडीएफसी बैक है। चार फ्लोर पर दूसरे लोग रहते हैं। रोज की तरह ही गुंजन शुक्रवार को नाश्ता कर 11 बजे घर से निकले थे। बिल्डिंग से उतरते समय उन्होंने आसपास रहने वाले लोगों से हालचाल भी पूछा था।

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