कोलकाता। जेडीयू के प्रशांत किशोर को ममता ने बंगाल में जाब दे दिया है। वे अब ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस के लिए चुनावी रणनीति तैयार करेंगे। जेडीयू के उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर चुनाव के दौरान गुमनामी में खो गये थे। कभी सूचना छन कर आती थीं कि वे शिवसेना के लिए काम कर रहे हैं तो आखिरी बार वाईसआर कांग्रेस के लिए काम करने की सूचना मिली। वाईएसआर कांग्रेस के जगन रेड् जीत भी गये।
यह भी पढ़ेंः एक मंदिर ऐसा भी, जहां शिवलिंग व मजार एक ही छत के नीचे!
प्रशांत किशोर जेडीयू में काफी दिनों से उपेक्षित चल रहे हैं। उनकी कोई एक्टीविटी भी नहीं है। हालांकि वे पार्टी के उपाध्यक्ष पद पर अब भी बने हुए हैं। शायद अपनी उपेक्षा का एहसास होने पर ही उन्होंने अपने मूल पेशे में लौटने का फैसला किया है। वह जदयू के रणनीतिकार के तौर पर काम कर चुके हैं और 2015 के चुनाव में कामयाबी भी दिलायी थी। उसके बाद उन्होंने उत्तर प्रदेश में काम किया, लेकिन वहां असफल रहे। काफी दिनों बाद नीतीश ने सम्मानपूर्वक उन्हें पार्टी में शामिल किया और उपाध्यक्ष बनाया।
यह भी पढ़ेंः बिहार, बंगाल समेत देशभर के विपक्षी दलों में मचा है घमासान
ताजा सूचना के मुताबिक लोकसभा चुनाव में भाजपा से बुरी तरह मात खा चुकी ममता बनर्जी ने अब उन्हें विधानसभा में अपनी जीत सुनिश्चित कराने की जिम्मेवारी सौंपी है। ममता से मुलाकात के बाद उन्होंने कांट्रैक्ट साइन कर लिया है। अब जल्दी ही उनकी गतिविधि पश्चिम बंगाल में नजर आयेगी।
यह भी पढ़ेंः बंगाल में समय से पहले हो सकता है विधानसभा चुनाव
बंगाल में भाजपा ने 2 से अपनी सीटें बढ़ा कर 18 कर ली हैं, जबकि ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस 34 से खिसक कर 22 पर आ गयी है। तृणमूल कांग्रेस में भगदड़ की स्थिति भी पैदा हो गयी है। ऐसे में ममता को चुनाव जीतने के लिए रणनीतिक सलाहकार की जरूरत महसूस की जा रही थी। प्रशांत किशोर अब सलाहकार की भूमिका निभायेंगे।
यह भी पढ़ेंः बंगाल में विधानसभा चुनाव से पहले ‘बंगाली-बिहारी’ मुद्दे को हवा
यह भी पढ़ेंः पश्चिम बंगाल में मुस्लिम तुष्टीकरण की राजनीति ले डूबी ममता बनर्जी को