JMM ने बंगाल विधानसभा चुनाव के लिए किया शंखनाद

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JMM ने बंगाल विधानसभा चुनाव के लिए शंखनाद कर दिया है। JMM के कार्यकारी अध्यक्ष व झाकखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने झारग्राम में सभा की।
JMM ने बंगाल विधानसभा चुनाव के लिए शंखनाद कर दिया है। JMM के कार्यकारी अध्यक्ष व झाकखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने झारग्राम में सभा की।

झारग्राम (पश्चिम बंगाल)। JMM ने बंगाल विधानसभा चुनाव के लिए शंखनाद कर दिया है। JMM के कार्यकारी अध्यक्ष व झाकखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने झारग्राम में सभा की। बांकुडा, पुरुलिया और पश्चिमी मिदनापुर के JMM कार्यकर्ताओं ने पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन का भव्य स्वागत किया। झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष झारग्राम के जामदा उतरायण क्लब मैदान में रैली को संबोधित कर चुनाव प्रचार अभियान का आगाज किया। 2016 में हुए बंगाल विधानसभा चुनाव में JMM ने 27 सीटों पर चुनाव लड़ा था। 2021 के विधानसभा चुनाव में पुनः प्रत्याशी उतारने का पार्टी ने फैसला लिया है।

हेमंत ने इस मौके पर कहा कि भारत में आज ऐसी सरकार है, ऐसे नालायकों का जमावड़ा है, जिन्होंने इस देश को कुछ नहीं दिया। इस देश के पूर्वजों की संपत्ति को बेच-बेच कर देश को चलाया जा रहा है। कभी ट्रेन, कभी एयरपोर्ट तो कभी हवाई जहाज की बिक्री हो रही है। वह दिन दूर नहीं, जब इस देश में खून सस्ता और पानी महंगा होगा।

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वर्तमान समय में चिंता का विषय है कि आदिवासी, दलित, अल्पसंख्यकों को चक्की में पीसा जा रहा है। आने वाले समय में हम लोगों को अपने अधिकारों के लिए संघर्ष करना होगा। जिस तरीके से हम लोगों के विरुद्ध नए-नए कानून बन रहे हैं, उसमें गरीबों का जीना दूभर हो जाएगा। अभी गणतंत्र दिवस के दिन हमने देखा कि भारत देश आजाद होने के बाद भी किसानों के साथ क्या हुआ। हम लोग कहते हैं, भारत किसान प्रधान देश है। हमारे पूर्वजों ने “जय जवान, जय किसान” का नारा दिया था, लेकिन लगता है अब किसानों के लिए इस देश में जगह नहीं।

आदिवासी दलित समाज अपना हक नहीं ले सका 

JMM के कार्यकारी अध्यक्ष ने कहा कि आज जिस प्रकार से चुनाव होते हैं। पैसे और धन-दौलत की बदौलत यह सब हो रहा है। ये लोग पैसे की बदौलत भूमि अधिग्रहण कानून बदलते हैं, किसानों के लिए कानून बदलते हैं, पैसे की बदौलत देश की संपत्ति को बेचने में लगे हैं। गरीब आदिवासी-दलित समाज अपना हक अधिकार धन दौलत की बदौलत नहीं ले पाया है। लेकिन यह सुखद है कि समय-समय पर हम लोगों के बीच से ऐसे लोग जरूर आते हैं, जो ऐसे सामंतवादी विचार वालों को मुंहतोड़ जवाब देते हैं। अलग राज्य का सपना देखने की सोच रखने के लिए गुरु जी जब आंदोलन की बात कहते थे तो लोग हंसते थे। लेकिन जिसने लक्ष्य को साधा। वह लक्ष्य को अवश्य प्राप्त करता है।

यह तो अभी आरम्भ है, हम फिर आएंगे

हेमंत सोरेन ने कहा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा फिर इस क्षेत्र में आयेगा। यहां के आंदोलन के सिपाही जो 70 के दशक के थे, उनको जगाने का कार्य किया जाएगा, ताकि इस क्षेत्र में रहने वाले गरीब आदिवासी-दलित को अपने हक से वंचित न रहना पड़े। झारखंड मुक्ति मोर्चा का यह पहला कार्यक्रम है। हमें भीड़ की चिंता नहीं। हम लोग बूंद-बूंद घड़ा भरने वाले लोगों में से हैं। ऐसा कारवां तैयार करने में विश्वास रखते हैं, जो रास्ते से कभी डगमगा नहीं सकता। क्षेत्र के लोगों की जो मांग है। उस मांग, अधिकार के साथ हम लोग क्षेत्र में आंदोलन की नई ज्योति जगायेंगे। आपके हक, अधिकार और लड़ाई में हमारे पूर्वजों ने आप का साथ दिया है। आने वाले समय में भी पूरा संगठन बंगाल के क्षेत्र में सक्रिय होगा, जिससे हम अपने पुराने सपने को पूरा कर सकें। रैली में मंत्री चम्पई सोरेन, विधायक समीर मोहंती, रामदास सोरेन, सुप्रियो भट्टाचार्य, जेएमएम बंगाल प्रभारी बिट्टू मुर्मू, हिदायत खान ने जनसभा को संबोधित किया।

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