पटना। JNU का विवाद पाकिस्तान में ननकाना साहिब से ध्यान हटाने की कोशिश है। जेएनयू में हुई हिंसा विपक्ष की साजिश है। यह कहना है भाजपा के प्रवक्ता राजीव रंजन का। इसे विपक्ष की साजिश बताते हुए भाजपा प्रवक्ता व पूर्व विधायक राजीव रंजन ने कहा कि राजनीतिक फायदे के लिए मुद्दाविहीन विपक्ष किस हद तक गिर सकता है, यह जेएनयू प्रकरण को देख कर पता चलता है।
केंद्र सरकार के खिलाफ लोगों को भड़काने के लिए कुछ खास राजनीतिक दलों की शह पर जिस तरह से वामपंथियों ने छात्रों और प्रोफेसरों के साथ हिंसा की है, उससे इनकी ओछी मानसिकता का पता चलता है। दरअसल यह सारा विवाद पाकिस्तान के ननकाना साहिब पर हुए पथराव और उसके बाद एक सिख युवक की हुई हत्या की तरफ से देश का रुख मोड़ने के लिए रचा गया है।
गौरतलब हो कि अकेले ननकाना साहिब की घटना ने ही नागरिकता संशोधन कानून पर विपक्ष द्वारा फैलाये जा रहे झूठ की धज्जियां उड़ा दी थीं। विपक्ष के बहकावे में आये लोगों को भी इस कानून का महत्व समझ में आ गया था, जिसके कारण लोग इस कानून के खिलाफ इन दलों द्वारा किये जा रहे आंदोलनों से खुद को अलग करने लगे थे।
इससे सत्ता के लालच में देश जलाने पर आमादा हो रहे कुछ राजनीतिक दलों के लोगों के सीने पर सांप लोटने लगे थे। इन्हें यह बर्दाश्त ही नहीं हो रहा था कि देश में अराजकता फैलाने का इनका बना-बनाया प्लान बिगड़ कैसे रहा है। देश में आ रही शांति और भाईचारे को देख ये अंदर ही अंदर बौखलाने लगे थे। इसीलिए जेएनयू को सुलगा कर इन्होने एक नये विवाद को जन्म दे दिया है।
श्री रंजन ने कहा कि विपक्ष द्वारा पूरे सुनियोजित ढंग से खड़ा किया गया यह विवाद और उनके इरादे किसी भी सूरत में सही नहीं ठहराए जा सकते। टुकड़े-टुकड़े गैंग को शह देने वाले इन दलों के मंसूबे कितने खतरनाक हैं, वह इन प्रदर्शनों में लगाए जा रहे नारों से पता चलता है। सरकार को इन हमलों की अतिशीघ्र जांच करवा कर इसकी साजिश रचने वालों को पूरे देश के सामने लाना चाहिए।
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