रांची/ पटना। Lockdown झारखंड में पहले दिन बेअसर दिखा। सामान्य दिनों की तरह लोग सड़कों पर निकले और बाजारों में खरीदारी की। इससे राज्य सरकार चिंतित है। आज शाम इसकी उच्चस्तरीय समीक्षा होगी। अगर हालात ऐसे ही रहे तो सरकार कर्फ्यू भी लगा सकती है। इस बीच कोरोना वायरस के कहर को देखते हुए विधानसभा की कार्यवाही अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दी गयी है।
आज लाकडाउन के पहले ही दिन ट्रेनों और बसों की आवाजाही छोड़ कर कहीं कोई फर्क नहीं दिखा। सड़कों पर लोग निकले और वाहन भी दौड़ते रहे। अधिकारियों के माध्यम से यह जानकारी मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन तक भी पहुंची है। समझा जा रहा है कि यही हाल रहा तो राज्य सरकार राज्य में कर्फ्यू लगा सकती है। आज 4 बजे इस मुद्दे पर हाई लेवल मीटिंग निर्धारित है।
यह भी पढ़ेंः रेणु का उपन्यास ‘मैला आँचल’ जब चम्बल के डाकुओं तक पहुंचा
पटना से मिली सूचना के मुताबिक बिहार में ऐसे ही हालात हैं। वहां भी लोगों ने लाकडाउन का पालन नहीं किया। प्रशासन ने कुछ जगहों पर सख्ती तो की, लेकिन जिलों में तो यह बिलकुल बेअसर रहा।
यह भी पढ़ेंः अंग्रेजी अर्थव्यवस्था को तबाह करने वाले थे महेंद्र मिसिर
कूरियर सेवा खुली रहने से मची अफरा-तफरी
रांची के ब्लू डार्ट कुरियर कंपनी के सारे ब्रांच खुले हुए हैं। कुरियर के सामान न सिर्फ देश के किसी कोने से, बल्कि चीन से भी बड़े पैमाने पर आते हैं। इनके पार्सल में में कोरोना वायरस होने की संभावना बनी हुई है। सूचना मिलते ही पुलिस ने कुरियर कंपनी के दफ्तर पर पहुंच कर बंद कराया। राज्य सरकार ने कल लाकडाउन की घोषणा में यह स्पष्ट कर दिया था कि सरकारी और निजी दफ्तर भी बंद रहेंगे। बंदी की अवधि का वेतन प्रबंधन नहीं काटेगा। इसके बावजूद ब्लू डार्ट का दफ्तर खुला हुआ था।
यह भी पढ़ेंः कोरोना से बिहार में किसी की मौत होने पर 4 लाख मिलेंगे