मलिकाइन के पातीः तेल के खेल में तबाह होई दुनिया, ए मलिकार!

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मलिकाइन के पाती
मलिकाइन के पाती

मलिकाइन के पाती में अबरी लिख के आइल बा। पूछले बाड़ी- तेल के खेल में तबाह होई दुनिया, ए मलिकार। उनकर इशारा ईरान-अमेरिका के बीच में तनाव के ले के बा। उनकर कहनाम बा कि बरियार के आगे अबरा के कवनो ऴश ना चले। पढ़ीं मलिकाइन के आज के पाती में का लिख के आइल बाः

पांव लांगीं मलिकार। ई का होता मलिकार। पांड़े बाबा भोरे-भोरे खबर कागज (अखबार) पढ़ के बतावत रहवीं कि फेरू विश जुध (विश्व युद्ध) मत हो जाव। रउरा त जनबे करीले मलिकार कि हमरा लड़ाई-जुध (युद्ध) से केतना डर लागेला। जब सन 62 में चीन के लड़ाई में हमरा इया के मामा के बड़का बेटा मराइल, तबे से जुध के नाम सुनते हमरा थरथरी बर जाला।

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पांड़े बाबा त ओकरो से बड़ जुध के बात करत रहवीं। उहां के खबर कागज पढ़ के लोग के सुनावत रहवीं कि ईरान पर अमिरका (अमेरिका) हमला क दिहले बा। कवन दूना ओकर कामडर (कमांडर) मरा गइल बा। सगरी लड़ाई तेल के खैल के बा। अमिरका बेर-बेर ईरान के हड़कावत-डेरवावत रहेला। ओकरा संगे विलायती देश के लोगो शामिल बा।

पांड़े बाबा त ईहो कहत रहुवीं कि अब गाड़ी-घोड़ा राखल-हांकल मुशकिल बा। अबहीं त खाली अमिरका हमला कइले बा त कांच तेल (क्रूड आयल) के दाम बढ़ गइल बा। लड़ाई लमहर चलल त ई दाम कहवां जाईं, कहल मुसकिल बा। उहां के बतावत रहवीं कि अपना देश में जेतना डीजल-पेटरौल बाहर से आवेला, ओइमें मोटामोटी आधा के सपलाई ईरान करेला। ईराने के रास्ता होके सगरी देस में तेल जाला।

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एतने ले मलिकार, उहां के त इहो बतावत रहुवीं कि तेल के जवन संकट होई, ऊ त बड़ले बा, सबसे बड़का संकट ई होखे वाला बा कि ओह इलाका में अपना इहां के अस्सी लाख से बेसी लोग रहेला। अकेले ईरान में सवा लाख लोग बा। अगर लड़ाई लाग जाई त ओतना लोग के ले आवे खातिर कवनो रास्ता नइखे, हवाई जहाज छोड़ के। बताईं मलिकार, एही के नू कहल जाला- बइठल-बइठावल मोसीबत मोल लिहल।

पांड़े बाबा एगो अउरी बात कहत रहुवीं। उहां के बतावत रहुवीं कि जब-जब अमिरका में वोट होखे के रहेला, तब-तब अमिरका अइसन कवनो कांड करेला। बारे-तेरे साल पहिलहूं अइसने भइल रहे। ओह बेरी इराक पर अमिरका हमला कइले रहे। फेर अमिरका में वोट होखे वाला बा। बुझाता कि ओही खातिर अबकी ईरान पर अमिरका हमला कइले बा। अब रउरे बताईं मलिकार कि वोट में जीते के खातिर लोग के तबाह कइल केतना जाइज बा। पांड़े बाबा त इहो कहत रहुवीं कि सगरी ममिला तेल के खेल के बा। भलहीं तेल के एह खेल में दुनिया तबाह हो जाव। हमरा त इहे फिकिर बा मलिकार कि अपना इहां के केतने लोग अरब कमाये गइल बा। ओकर का होई।

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हमहूं का ले के बइठ जाई ले मलिकार। कहां ले गांव-जवार के के हाल-चाल बतावे के चाहीं आ राउर पूछे के चाहीं त हम सगरी दुनिया-जहान लेके बइठ जाई ले। ए मलिकार, सुने में आइल हा कि कि रउरा ओरी तीन-चार दिन अबे ठंडा बढ़ीं। लोग कहत रहुवे कि चार डिगरी पर आवे वाला बा। एतना पर त पानी बरफ अइसन ठंडा हो जाला। हड़फोरवा हवा दिनो में चले के बात लोग कहत रहुवे। अपना के बजायेब। मुंह-कान बान्ह-ढांक के निकलेब। दरकार ना होखे त घरहीं में रहेब। अब त बिजली वाला बोरसी आ गइल बा। ना होखे त एगो कीन लेब।

राउरे

मलिकाइन  

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