ममता बनर्जी ने दिया नारा- हरे कृष्ण हरे-हरे, तृणमूल घरे-घरे

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मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के आरोपों का करारा जवाब दिया है। उन्होंने अमित शाह को लिमिट पार न करने की चेतावनी दी।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के आरोपों का करारा जवाब दिया है। उन्होंने अमित शाह को लिमिट पार न करने की चेतावनी दी।
  • डी. कृष्ण राव

कोलकाता। हरे कृष्ण हरे-हरे, तृणमूल घरे-घरे- असेंबली चुनाव के मद्देनजर यह नारा दिया है टीएमसी प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने। हुगली जिले में आयोजित एक सभा में Msmta Banerjee (ममता बनर्जी) ने यह नारा दिया। दरअसल बीजेपी ने जय श्रीराम के नारे से जिस तरह उन्हें चिढ़ाना शुरू किया है, ममता ने उसकी काट निकालने की कोशिश की है।

ममता ने टीएमसी छोड़ कर बीजेपी ज्वाइन करने वाले और कुछ और नेताओं की रुचि बीजेपी में देखते हुए कहा कि जिनको पार्टी छोड़ना है, वे दुम दबा कर भागें। ट्रेन कहीं छूट ना जाये। ममता की सभा में आज एक आश्चर्यजनक बात यह रही कि उत्तरपाड़ा के नाराज प्रवीर घोषाल शरीक नहीं हुए। उनके बीजेपी में जाने की अटकलें लगायी जा रही हैं। बताया जा रहा है कि अमित शाह की 30 जनवरी को हावड़ा में होली वाली सभा में घोषाल बीजेपी ज्वाइन करेंगे। शायद ममता का इशारा उनकी ही ओर था। कल जयनगर में अभिषेक बनर्जी कीस सभा में वहां के टीएमसी सांसद भी नदारद रहे।

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इस बीच टीएमसी और बीजेपी नेताओं में आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। अभिषेक बनर्जी ने कल शुभेंदु अधिकारी पर आरोप लगाया था कि सारदा चिटफंड कंपनी ने उन्हें 6 करोड़ रुपये मिले थे। आज शुभेंदु ने अभिषेक पर आरोप मढ़ा कि उनको बैंकाक से हर महीने 36 लाख रुपये आते हैं। अभिषेक को बताना चाहिए कि ये पैसे कहां से आते हैं। वे अपने बैंकाक कनेक्शन के बारे में लोगों को बतायें।

असेंबली इलेक्शन करीब आने के साथ बीजेपी और टीएमसी नेताओं के बीच तनातनी बढ़ने लगी है। तृणमूल कांग्रेस अपनी रणनीति में परिवर्तन कर रही है। तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी पहले कहती थीं- बदल चाहिए, लेकिन बदला नहीं। कल जयनगर की सभा में तृणमूल युवा कांग्रेस के अध्यक्ष अभिषेक बनर्जी ने भाजपा पर आक्रमण करते हुए कहा कि अगर टीएमसी सत्ता में लौटती है तो इंच-इंच का बदला लिया जाएगा। इसी मंच से अभिषेक ने एक कागज दिखाते हुए कहा था कि  सारदा चिटफंड के मालिक सुदीप्तो सेन ने इस पत्र में लिखा है कि उन्होंने शुभेंदु अधिकारी को 6 करोड़ रुपये दिये हैं।

उन्होंने शुभेंदु को घूसखोर बताते हुए कहा- मैंने ममता से पहले ही कहा था कि पार्टी के जिन नेताओं के खिलाफ आर्थिक घोटाले के आरोप हैं, उन नेताओं को पार्टी में न रखा जाए, लेकिन ममता बनर्जी ने मेरी बात नहीं सुनी। इसलिए वे काफी दयालु हैं, लेकिन मैं उतना दयालु नहीं हूं। गद्दारों को इसका जवाब दिया जाएगा। अभिषेक के इस बयान के बाद राज्य के राजनीतिक गलियारों में कई सवाल गूंज रहे हैं। राजनीतिक जानकारों का कहना है जिस आरोप में शुभेंदु अधिकारी को जेल जाना चाहिए, उसी आरोप में उनकी पार्टी में अब भी बहुत सारे नेता हैं। क्या अभिषेक बनर्जी उनके खिलाफ भी यही बात बोलेंगे?

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इधर दक्षिण 24 परगना के जयनगर की इस सभा के पहले से ही तृणमूल में काफी खलबली मची हुई है। कुलतली की तृणमूल सांसद प्रतिमा मंडल ने आरोप लगाया कि अभिषेक की सभा के लिए उनको आमंत्रण नहीं भेजा गया। दक्षिण 24 परगना के  तृणमूल नेता शौकत मोल्ला ने भी यही आरोप लगाया है।

इधर शुभेंदु अधिकारी ने इस आरोप का जवाब आज तमलुक के मंच से दिया। उन्होंने कहा कि अभिषेक बनर्जी को हर महीने बैंकाक से 36 लाख रुपये कौन भेजता है। उनका इशारा था कि अभिषेक बनर्जी का बैंकाक में खाता है। शुभेंदु ने फिर दोहराया कि ममता के घर में कमल खिलेगा।

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