विकास के लिए मजबूत और स्थिर सरकार जरूरीः रघुवर दास
रांची। मुख्यमंत्री श्री रघुवर दास ने वर्तमान सरकार के 4 वर्ष पूरे होने के अवसर पर मुख्यमंत्री आवास में आयोजित संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी 5 जनवरी को झारखंड आ रहे हैं। पलामू में वे मंडल डैम की आधारशिला रखेंगे। श्री दास ने कहा कि वर्ष 1972 से मंडल डैम का कार्य रुका पड़ा था। प्रधानमंत्री 2500 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले मंडल डैम की आधारशिला रखेंगे। मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि श्री मोदी जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे, तब उन्होंने साबरमती नदी से क्षेत्र में पाइप लाइन के माध्यम से पेयजल और सिंचाई की सुविधा उपलब्ध कराने का कार्य किया था। उसी मॉडल पर सोन नदी से पाइप लाइन के माध्यम से पलामू और गढ़वा में पेयजल और सिंचाई की सुविधा उपलब्ध कराने की 1138 करोड़ रुपये की परियोजना का भी वह शिलान्यास करेंगे। मुख्यमंत्री श्री रघुवर दास ने कहा कि प्रधानमंत्री सुजलाम सुफलाम योजना के तहत 5000 तालाबों के निर्माण और जीर्णोद्धार कार्य का भी शिलान्यास करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने गांव, गरीब, किसान, महिलाएं और नौजवानों के सर्वांगीण विकास के लिए प्रतिबद्धता के साथ कार्य किया है। सभी योजनाओं का फोकस गांव, गरीब, किसान, महिला एवं युवा वर्ग के विकास पर रहा है। इन 4 वर्षों में इन योजनाओं को लागू करने में सफलता भी मिली है।
जनवरी 2019 से मुख्यमंत्री सुकन्या योजना की शुरुआत
मुख्यमंत्री ने कहा कि जनवरी 2019 से मुख्यमंत्री सुकन्या योजना की शुरुआत होगी। इस योजना के तहत बेटी के जन्म पर उसकी मां के खाते में सीधे 5000 रुपये जमा किए जाएंगे। डीबीटी के माध्यम से पहली, पांचवीं, आठवीं, 12वीं कक्षा में जाने पर 5000 रुपये सीधे मां के खाते में जमा किए जाएंगे। बेटी जब 18 साल की हो जाएगी और अविवाहित रहने पर उसकी मां के अकाउंट में सीधे 10000 रुपये जमा किए जाएंगे। इसके उपरांत उसके विवाह के लिए मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत सीधे 30000 रुपये का लाभ दिया जाएगा। योजना का लाभ सामाजिक आर्थिक जातीय जनगणना के तहत आने वाले 26 लाख परिवार की बच्चियों को मिलेगा। उन्होंने कहा कि जन्म से लेकर 18 वर्ष तक की बच्चियों को शिक्षा के साथ अन्य आर्थिक सामाजिक विकास के लिए राज्य सरकार समय-समय पर वित्तीय सहायता उपलब्ध कराएगी। बच्चियों के सहायतार्थ मिलने वाली राशि का भुगतान सीधे डीबीटी के माध्यम से उनके बैंक अकाउंट में किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज हम वर्ष 2018 को विदाई दे रहे हैं। वर्ष 2019 में प्रवेश 2 दिन के बाद कर रहे हैं। इस पावन बेला में अपने झारखंड वासियों को तथा दूसरे राज्यों में बड़ी संख्या में बसे झारखंड वासियों को नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं। मैं 1995 में जब जनप्रतिनिधि बना तो हर वर्ष अपने क्षेत्र में किए गए विकास कार्यों का ब्यौरा जनता को समर्पित करता था। जब मैं राज्य का मुख्य सेवक बना तो उसी 1995 की परंपरा को हमने निभाने का कार्य किया है। इसी क्रम में आज 4 वर्षों की उपलब्धियों का ब्यौरा आपके माध्यम से जनता तक पहुंचाने का कार्य कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने गांव, गरीब, किसान, महिलाएं और नौजवानों के सर्वांगीण विकास के लिए प्रतिबद्धता के साथ कार्य किया है। सभी योजनाओं का फोकस गांव, गरीब, किसान, महिला एवं युवा वर्ग के विकास पर रहा है। इन 4 वर्षों में इन योजनाओं को लागू करने में सफलता भी मिली है। इस सफलता का श्रेय हमारे मंत्रिपरिषद के सदस्यों, मुख्य सचिव, प्रधान सचिव, सचिव सहित सरकारी महकमे के बड़े अधिकारी से लेकर छोटे कर्मचारी तक को जाता है। झारखंड की सवा तीन करोंड़ जनता ने भी कदम से कदम मिला कर सरकार को अपना पूरा सहयोग दिया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं बहुत सौभाग्यशाली हूं कि हमें सकारात्मक दिशा में काम करने वाले मंत्रिपरिषद की टीम और जनता के हित में काम करने वाले सरकारी अधिकारियों की टीम का साथ मिला है। सफलता तभी मिलती है, जब जनशक्ति और सरकार की शक्ति पूरे मनोयोग से काम करे। पक्ष और विपक्ष के जनप्रतिनिधि, विधायकों को भी सरकार के 4 वर्ष पूरे होने के इस अवसर पर मैं साधुवाद देता हूं। इनके द्वारा निरंतर सरकार की कमिय और खामियों का आईना दिखाने का काम किया जाता रहा है।
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मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2000 में श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी ने झारखंड वासियों को झारखंड अलग राज्य देने का कार्य किया था। अलग राज्य बनने के बाद जितनी भी सरकारें आईं, सबने अपनी-अपनी तरह से राज्य को आगे बढ़ाने का कार्य किया है। 2014 से पहले भी जो अच्छा कार्य हुआ, उसके लिए पिछली सरकारें भी बधाई की पात्र हैं। अलग राज्य का गठन होने के बाद झारखंड की जनता की जो आकांक्षाएं और उम्मीदें थीं, उनमें खरा न उतर पाने का मुख्य कारण राजनीतिक अस्थिरता रही है। जब राज्य में राजनीतिक अस्थिरता रहेगी और कमजोर सरकार होगी, जिसे खुद पर भरोसा न हो, वैसी सरकार विकास का कार्य नहीं कर सकती है। राज्य के विकास के लिए मजबूत और स्थिर सरकार जरूरी है।
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मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान सरकार ने पिछले 4 वर्षों में झारखंड में सुशासन देने का कार्य किया है। वर्ष 2014 से पहले झारखंड की पहचान भ्रष्टाचार, घोटाले, स्कैम और कुशासन के रूप में होती थी, लेकिन वर्ष 2014 के बाद वर्तमान सरकार ने सुशासन और भ्रष्टाचार मुक्त सरकार देने का कार्य किया है। राज्य से उग्रवाद जैसी समस्याओं से राज्य की पुलिस ने निपटने का काम किया है। मजबूत सरकार होने के कारण उग्रवाद गतिविधियां लगभग समाप्ति की ओर हैं। पुलिस जवानों के प्रयास से ही आज राज्य में शांति व्यवस्था कायम हो सकी है।
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