बिहार के क्वारंटाइन सेंटर का नीतीश ने किया वीसी से मुआयना

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बिहार के क्वारंटाइन सेंटर पर अनियमितता की शिकायतें मीडिया में आने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 20 केंद्रों का मुआयना किया। इसके लिए उन्होंने वीडियो क्न्फ्रेंसिंग का कहारा लिया।
बिहार के क्वारंटाइन सेंटर पर अनियमितता की शिकायतें मीडिया में आने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 20 केंद्रों का मुआयना किया। इसके लिए उन्होंने वीडियो क्न्फ्रेंसिंग का कहारा लिया।

पटना। बिहार के क्वारंटाइन सेंटर पर अनियमितता की शिकायतें मीडिया में आने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 20 केंद्रों का मुआयना किया। इसके लिए उन्होंने वीडियो क्न्फ्रेंसिंग का कहारा लिया। 10 जिलों के 20 क्वारंटाइन केंद्रों का निरीक्षण किया। वहां रह रहे प्रवासियों से सीधा संवाद किया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने क्वारंटाइन केंद्रों पर दी जा रही सुविधाओं की जानकारी ली। क्वारंटाइन केंद्रों में शौचालय, पेयजल, रसोई घर, लोगों के रहने की व्यवस्था एवं केंद्रों की साफ-सफाई का मुख्यमंत्री ने बारीकी से अवलोकन किया। क्वारंटाइन केंद्रों में रह रहे लोगों से मुख्यमंत्री ने अपील की- सभी को क्वारंटाइन में रहना जरूरी है। यही सभी लोगों के हित में है। सभी लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें। कोरोना से बचाव का यही प्रभावी उपाय है।

मुख्यमंत्री ने आश्वस्त किया- सभी को बिहार में ही काम दिया जायेगा। उन्होंने अधिकारियों से कहा- इच्छुक लोगों के जाब कार्ड बनायें। सभी को उनके स्किल के अनुरूप रोजगार उपलब्ध करायें। श्रमिकों के स्किल के अनुरूप नये उद्योगों को बढ़ावा दें। पेवर ब्लाक उद्योग की बिहार में असीम संभावनाएं हैं। जल-जीवन-हरियाली, घर तक पक्की गली-नालियां एवं अन्य योजनांतर्गत किये जा रहे कार्यों में पेवर ब्लाक का इस्तेमाल करें। जीविका से भी जोड़ कर महिलाओं को रोजगार दिलाएं।

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मुख्यमंत्री ने प्रवासियों से कहा कि बिहार में ही रहिए। अपने श्रमबल एवं स्किल का यहीं उपयोग कीजिए। आप सभी लोग बिहार के विकास में भागीदार बनें। क्वारंटाइन केंद्रों में रह रहे प्रवासियों ने मुख्यमंत्री के निर्देश पर की गयी व्यवस्थाओं को सराहा। सभी ने कहा कि उन्हें किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं है और वे लोग अब बिहार में ही रह कर काम करना चाहते हैं।

वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से पश्चिम चम्पारण, पूर्वी चम्पारण, शिवहर, सीतामढ़ी, दरभंगा, मधुबनी, रोहतास, गया, पूर्णिया तथा बेगूसराय के जिलाधिकारियों ने क्वारंटाइन केंद्रों से अद्यतन स्थिति की जानकारी दी। मुख्यमंत्री को जानकारी दी गयी कि सेंटर पर कितने कमरे हैं, कितने लोग वहां रह रहे हैं। शौचालय की संख्या, परिसर की समुचित साफ-सफाई, रसोईघर की स्थिति, सीसी टीवी तथा वहां कार्य करने वाले लोगों की संख्या, स्नानागार, पेयजल की व्यवस्था आदि के संबंध में जानकारी के साथ-साथ मुख्यमंत्री को इन सभी व्यवस्थाओं को वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से दिखाया गया।

मुख्यमंत्री नीतीश ने क्वारंटाइन सेंटर में रह रहे लोगों के साथ वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से सीधा संवाद किया तथा उनका हाल-चाल जाना एवं क्वारंटाइन केंद्रों पर उपलब्ध सुविधाओं के बारे में उनकी राय जानी। क्वारंटाइन केन्द्रों में रह रहे प्रवासियों ने मुख्यमंत्री के निर्देश पर की गयी व्यवस्थाओं को सराहा। सभी ने कहा कि उन्हें किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं है। मुख्यमंत्री ने बेगूसराय के मध्य विद्यालय, मोहनपुर स्थित क्वारंटाइन केंद्र पर रांची से आयी प्रवासी महिला से बातचीत के दौरान पूछा कि वो कब आयीं, वहां क्या करती थीं, यहां कितने दिनों से हैं। इस सेंटर पर की गई व्यवस्थाओं के बारे में भी उनसे जानकारी ली। प्रवासी महिला ने बताया कि केंद्र पर तीन समय भोजन मिलता है। उन्हें किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं है। मच्छरदानी, बिछावन के अलावा बरतन, साबुन, कपड़े एवं अन्य जरुरी सामान भी दिए गए हैं।

पश्चिम चंपारण के बाल सुधार गृह बेतिया के केंद्र पर गुरुग्राम (गुड़गांव) से आए रामबली ने बताया कि वे पेवर ब्लॉक के बेहतर कारीगर हैं और वे इस सेंटर पर पेवर ब्लॉक बना रहे हैं। अब तक इस सेंटर पर 7 हजार पेवर ब्लॉक बनाए जा चुके हैं। इस सेंटर पर अन्य प्रवासियों के द्वारा मास्क भी बनाए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि श्रमिकों के स्किल के अनुरूप नये उद्योगों को बढ़ावा दिया जा रहा है। पेवर ब्लाक उद्योग की बिहार में असीम संभावनाएं हैं। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि जल-जीवन-हरियाली, घर तक पक्की गली-नालियां एवं अन्य योजनांतर्गत किये जा रहे कार्यों में पेवर ब्लाॅक का इस्तेमाल करें।

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