भागलपुर। बिहार के मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने आज भागलपुर के जय प्रकाश उद्यान (सैंडिश कंपाउंड) में भागलपुर रोजगार सह अप्रेंटिस मेला कार्यक्रम का परिभ्रमण किया। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने श्रम संसाधन विभाग को पिछले दस वर्षों से इस तरह के कार्यक्रम के आयोजन हेतु बधाई दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि अब प्रमंडल स्तर पर भी विशेष रूप से इस तरह के कार्यक्रम का आयोजन होने लगा है। उन्होंने कहा कि भागलपुर में राष्ट्रीय कौशल विकास निगम के सहयोग से आयोजित इस मेले में शामिल होकर मुझे प्रसन्नता हो रही है। नीतीश ने कहा कि अनेक तरह की कंपनियों के यहां आने से युवाओं को रोजगार के अवसर मिलेंगे। सभी लोगों को अपनी इच्छा के अनुरुप अपनी पसंद की कंपनी के चयन में सुविधा होगी और कंपनियां जरुरत के मुताबिक अपने लिए कुशल युवाओं का चयन करेंगी। इस मेले का आकर्षण यह है कि नई पीढ़ी को प्रत्यक्ष रुप से रोजगार के कई आयामों की जानकारी मिल रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज के युग में कौशल विकास का काफी महत्व है। छात्र पढ़ाई करते हैं, ज्ञान प्राप्त करते हैं और आगे उसका उपयोग करते हैं। आज के युवा स्वयं के काम करने के लिए प्रेरित हो रहे हैं। सभी लोगों को सरकारी नौकरी दे पाना किसी भी सरकार के लिए संभव नहीं हो पाता है। भारत में ही नहीं विदेशों में भी यही स्थिति है। अपने देश में युवाओं की काफी संख्या है और जब वे स्किल्ड हो जाते हैं तो उन्हें रोजगार का भी अच्छा अवसर मिलेगा। भारत सरकार ने स्किल्ड डेवलपमेंट प्रोग्राम चलाया है और बिहार सरकार भी कौशल विकास मिशन के द्वारा इस काम को मिशन मोड में कर रही है। हमलोगों ने एक करोड़ युवाओं को हुनरमंद बनाने का लक्ष्य रखा है, इसके लिए सरकार के जितने विभाग हैं सभी अपने-अपने क्षेत्रों में कौशल विकास की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। युवाओं में कौशल विकसित कर अनेक क्षेत्रों में रोजगार की संभावना पैदा करने के लिए श्रम संसाधन विभाग बेहतर काम कर रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सात निश्चय कार्यक्रम के अंतर्गत युवाओं के लिए कई काम किए गए हैं। प्रत्येक सब डिवीजन में ए0एन0एम0 संस्थान और प्रत्येक जिले में जी0एन0एम0 संस्थान, प्रत्येक मेडिकल कॉलेज में नर्सिंग की भी पढ़ाई की व्यवस्था की जा रही है। राज्य में नए पांच मेडिकल कॉलेज खुलने से राज्य में सरकारी क्षेत्र में 18 मेडिकल कॉलेज हो जाएंगे। राज्य की लड़कियां नर्सिंग प्रशिक्षित होकर राज्य के अलावा देश एवं विदेशों में भी रोजगार प्राप्त करेंगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार के युवाओं को इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिए बाहर जाना नहीं पड़े, इसके लिए प्रत्येक जिले में इंजीनियरिंग कॉलेज की स्थापना की जा रही है। प्रत्येक सब डिवीजन में आई0टी0आई0 और प्रत्येक जिले में महिला आई0टी0आई0 की स्थापना की जा रही है। राज्य के सभी प्रखंडों में कुशल युवा केंद्र खोले गए हैं जिसमें कुशल युवा कार्यक्रम के तहत 240 घंटे में युवाओं को प्रशिक्षित कराया जा रहा है जिसके अंतर्गत कंप्यूटर का ज्ञान, संवाद कौशल एवं व्यवहार कौशल के बारे में जानकारी दी जाती है। एग्रीकल्चर की पढ़ाई के लिए राज्य सरकार कॉलेज खोल रही है। सबौर एग्रीकल्चर कॉलेज को यूनिवर्सिटी बनाया गया है। किशनगंज में भी एग्रिकल्चर कॉलेज बनाया गया है, जिसमें हॉर्टिकल्चर एवं फिशरीज की पढ़ाई होगी। हमारे यहां इंजीनियरिंग कॉलेज खुल जाने से दूसरे राज्यों के इंजीनियरिंग कॉलेज में नामांकन में कमी आ रही है। पहले बड़ी संख्या में हमारे यहां के छात्र वहां इंजीनियरिंग की पढ़ाई के लिये जाया करते थे। उन्होंने कहा कि हमलोग समस्या को गहराई से समझने की कोशिश करते हैं और उसके निदान के लिए काम करते हैं।
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मुख्यमंत्री ने कहा कि युवाओं को उच्च शिक्षा के प्रति प्रेरित करने के लिए हमलोग काम कर रहे हैं। राज्य का जी0ई0आर0 (ग्रॉस एनरॉलमेंट रेसियो) 13.9 प्रतिशत था और देश का जी0ई0आर0 24 प्रतिशत है। हम चाहते हैं कि हमारे युवा इंटर के बाद आगे की पढ़ाई किसी भी क्षेत्र में करें। राज्य सरकार इसके लिए रहने, खाने, पुस्तक खरीदने के साथ-साथ फीस की रकम के लिए राज्य शिक्षा वित्त निगम के माध्यम से चार लाख रूपये तक का स्टुडेंट क्रेडिट कार्ड दे रही है। 4 प्रतिशत के साधारण ब्याज पर यह उपलब्ध होगा लेकिन लड़कियों, दिव्यांगों एवं ट्रांसजेंडरों को यह एक प्रतिशत की ब्याज दर पर ही उपलब्ध होगा। शिक्षा प्राप्त करने के कुछ महीने बाद यह ऋण लौटाना है लेकिन लौटाने की स्थिति में अक्षम होने पर राज्य सरकार उसे माफ भी कर सकती है। हम अभिभावकों से भी यह अपील करते हैं कि अपने बेटे बेटियों को उच्च शिक्षा की तरफ भेजें। मुख्यमंत्री ने कहा कि रोजगार तलाश करने वाले युवाओं के लिए स्वयं सहायता भत्ता के अंतर्गत दो वर्ष तक एक हजार रुपए प्रति माह की दर से सहायता दी जा रही है ताकि वे अपना रोजगार हासिल कर सकें और आगे के जीवन यापन में उन्हें सुविधा हो। राज्य के जिन युवाओं में उद्यमिता है वह लोगों को रोजगार दे सकें, इसके लिए वेंचर कैपिटल फंड के द्वारा राज्य सरकार उन्हें मदद कर रही है।
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