बेगूसराय। कन्हैया कुमार के समर्थकों की भीड़ के कारण बेगूसराय में आवागमन घंटों ठप रहा। बेगूसराय लोकसभा सीट से अंतिम दिन भाकपा के कन्हैया कुमार ने पर्चा भरा। उनके अलावा 12 अन्य प्रत्याशियों ने भी अपना नामांकन का पर्चा जिला निर्वाचन पदाधिकारी राहुल कुमार के समक्ष दाखिल किया।
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मंगलवार को जेएनयू के छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष व भाकपा के प्रत्याशी कन्हैया कुमार ने अपना नामांकन करने के लिए सबसे पहले अपने पैतृक आवास बीहट टोला मसनदपुर से अपनी मां का आशीर्वाद लिया। उसके बाद वे सीधे अपने समर्थकों के साथ जीरो माइल स्थित दिनकर जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने पहुंचे। माल्यार्पण के बाद जुलूस के साथ बेगूसराय शहर के हर हर महादेव चौक के पास पहुंचे। वहां देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ० राजेंद्र प्रसाद सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। इसी तरह उन्होंने सुभाष चौक के पास सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा, ट्रैफिक चौक के पास स्वामी विवेकानंद जी की प्रतिमा, कचहरी रोड स्थित जिला परिषद मार्केट के पास बिहार केसरी डॉ० श्रीकृष्ण सिंह और संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर बारी-बारी से माल्यार्पण किया। वह खुली जीप पर सवार होकर कलेक्ट्रेट के पास पहुंचे।
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कन्हैया कुमार के साथ उनके समर्थक नामांकन में ढोल-नगाड़ा बजाते और नाचते हुए कैंटीन चौक के पास पहुंचे। तब तक झमाझम बारिश होने लगी। झमाझम बारिश के बावजूद लोग जमे रहे। कैंटीन चौक के पास लगाए गए बैरिकेडिंग के कारण जुलूस में आए लोग कलेक्ट्रेट की तरफ नहीं जा सके। जिला प्रशासन ने आगे बढ़ने नहीं दिया।
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कन्हैया के नामांकन की एक खासियत यह भी रही कि जुलूस में दलों का बंधन टूट गया। कन्हैया कुमार के साथ खुली जीप पर पूर्व सांसद शत्रुघ्न प्रसाद सिंह, गुजरात के जिग्नेश मेवानी, पूर्व एमएलसी उषा सहनी, बछवाड़ा के पूर्व विधायक अवधेश कुमार राय, बखरी के पूर्व विधानसभा प्रत्याशी सूर्यकांत पासवान, तेघड़ा नगर पंचायत के मुख्य पार्षद नसीमा खातून, तेघड़ा के पूर्व विधायक राजेंद्र सिंह, बेगूसराय के पूर्व विधायक व सीपीएम नेता राजेंद्र सिंह, मटिहानी के पूर्व विधायक राजेंद्र राजन, भाकपा के जिला मंत्री गणेश सिंह, राजेंद्र चौधरी, अनिल कुमार अंजान, राम रतन सिंह, राम पदारथ सिंह, प्रताप नारायण सिंह, एस एन आजाद, भाकपा के अनिल कुमार, माकपा के अंजनी कुमार सिंह, सुरेश यादव, माले के जिला मंत्री दिवाकर कुमार सवार या जुलूस में शामिल दिखे।
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नामांकन करने के बाद जब कन्हैया कुमार बाहर निकले तो उन्हें मीडिया कर्मियों ने घेर लिया और उनसे सवाल पूछा, तो उन्होंने खुलकर जवाब देते हुए कहा कि मेरी लड़ाई इस जिला में किसी व्यक्ति से नहीं है। मेरी लड़ाई उस सोच से है, जो संविधान को खत्म करना चाहते हैं। उस पार्टी और उस विचारधारा से हैं, जो जनता के सवालों को गुमराह करके हर चीज पर बहस खड़ा कर देते हैं। रोटी, कपड़ा, मकान, शिक्षा, स्वास्थ, आत्म सम्मान, सामाजिक न्याय, जैसे बुनियादी मुद्दों से लोगों का ध्यान भटकाना चाहते हैं। उस ताकत से मेरी लड़ाई है। उसके चेहरे के रूप में, प्रतिनिधि के रूप में गिरीराज सिंह प्रत्याशी हैं। इस बार बेगूसराय के लोगों ने अपना मन पूरा बना लिया है कि बाहरी प्रत्याशी को बेगूसराय में चारागाह का अवसर नहीं देंगे।
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